बेमेतरा: जिले में कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए 10 अप्रैल शाम 6 बजे से 19 अप्रैल सुबह 10 बजे तक लॉकडाउन लगा दिया गया है. वहीं मंगलवार से चैत्र नवरात्र की शुरुआत हो गई है. नगर के देवी मंदिरों में होने वाली भीड़ की जगह सन्नाटा पसरा रहा. लोग नियमों का पालन करते हुए नजर आ रहे हैं. नगर के भद्रकाली मंदिर, शीतला मंदिर और बुचिपुर महामाया मंदिर में सन्नटा पसरा हुआ दिखा.
ईटीवी भारत की टीम ने नवरात्र के पहले दिन जिले के प्रसिद्ध देवी मंदिर मां बंजारी धाम अंधियारखोर का जायजा लिया. मंदिर के मुख्य पट पर ताला जड़ा था. वहीं मंदिर के अंदर पुजारी और सेवक मौजूद थे. पुजारी दिनेश तिवारी ने बताया कि गाइडलाइन के अनुसार मंदिरों को बंद कर दिया गया है, अंदर सिर्फ सार्वजनिक ज्योति कलश प्रज्वलित किए गए हैं. अंदर प्रवेश की अनुमति नहीं है. बाहर से ही लोग दर्शन कर सकते है.पडकीडीह निवासी पुजारी दिनेश तिवारी ने बताया की पडकीडीह में भी कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं. सभी दुकाने बंद है. उन्होंने कहा कि हमने ऐसी महामारी पहली बार देखी है.
दुर्ग में 19 अप्रैल तक बढ़ा टोटल लॉकडाउन
नवरात्र पर्व में देवी मंदिरों में पसरा सन्नाटा
कोरोना महामारी के कारण लोगों को नवरात्र में देवी मंदिरों में दर्शन से वंचित होना पड़ रहा है. चैत्र नवरात्र से पूर्व भी शारदीय नवरात्र में कोरोना संक्रमण के कारण देवी मंदिरों के पट बंद थे. बेमेतरा जिले में अबतक 9678 कोरोना पॉजिटिव की पहचान हो चुकी है. जिसमें 5885 कोरोना पॉजिटिव उपचार के बाद स्वस्थ हो चुके हैं. वहीं 3670 एक्टिव मरीज हैं. 128 कोरोना मरीजों की मौत हो चुकी है.