बेमेतरा: नवागढ़ ब्लाक की प्रशासनिक व्यवस्था गरीबों के प्रति कितना सजग है. यह जानने के लिए ग्राम रनबोड की स्थिति ही पर्याप्त है, जहां घर के दरवाजे पर दो सौतेले बेटों ने दीवार खड़ी कर दी है. महिला की शिकायत के बाद एक माह में कोई भी अधिकारी इस समस्या को निपटाने का नाम नहीं ले रहा है.
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ग्राम रनबोड में रहने वाली चंद्रिका बाई साहू पति की मृत्यु होने के बाद अपने 2 नाबालिग बेटों के साथ एक क्षतिग्रस्त मकान में रह कर गुजारा करती है. जहां उसके सौतेले बेटों के साथ भूमि का बंटवारा बहुत पहले हो गया है. अब हाल में चाकापेंड्रा से प्रतापपुर तक सड़क बनने के बाद इस गांव में इस विधवा के मकान के सामने कब्जा करने की नियत से दो सौतेले बेटों ने दीवार खड़ी कर दी है. इससे परेशान महिला ने कई बार अधिकारियों से इस बात की शिकायत की है.
घर के सामने खड़े की दीवार
3 अगस्त को महिला के सौतेले बेटों ने घर के सामने रखे सामान को फेंककर नींव डालकर खुदाई की. 4 अगस्त को नवागढ़ थाना पहुंची महिला ने इसकी शिकायत दर्ज कराई जिस पर थाना प्रभारी ने नींव खुदाई करने वालों पर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की. इसके बाद नींव खुदाई करने वालों का हौसला बढ़ गया और उन्होंने घर के सामने दीवार खड़ा कर दिया. इस दीवार की वजह से मंदिर जाने के साथ ही घर का आम रास्ता भी बंद हो गया हैं. पीड़ित महिला ने तहसीलदार से लेकर कलेक्टर तक इसकी शिकायत की है. जिस पर कोई कार्रवाई अब तक नहीं हुई है.
महिला के सौतेले बेटे का कहना है कि बाजू में गली से भी रास्ता निकाला जा सकता है. सौतेली मां अपने भाई के बोलने में सब शिकायत कर रही है. तहसीलदार रेणुका रात्रे ने हल्का पटवारी को भेज कर निर्माण कार्य रुकवा देने की बात कही है.