बेमेतरा: मार्च शुरू होते ही बेमेतरा जिले में गर्मी ने दस्तक दे दी है. शुरुवाती दिनों में ही पारा 30 से 35 डिग्री जा पहुंचा है. लू के थपेड़े लोगों को झुलसाने लगे हैं. जिले में सोमवार की सुबह से ही सूरज ने आग उगलनी शुरू कर दी है. विदेशी पक्षी भी बेमेतरा से जा रहे हैं. पेड़ों में विरानी छाई हुई है.
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विदेशी मेहमानों ने छोड़ा आशियाना
विदेशी पक्षी मौसम के दिकसूचक होते हैं. उन्हें मौसम परिवर्तन की सूचना सबसे पहले मिल जाती है. यही कारण है कि जिले के नवागढ ब्लॉक के कटई गांव से विदेशी पक्षी आशियाना छोड़ चुके हैं. ये विदेशी मेहमान 40 साल से आ रहे हैं. गर्मी की आहट के पहले ही आशियाना छोड़कर चले गए हैं. गांव के पेड़ वीरान हो गए हैं.
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40 साल से लगातार कटई आ रहे विदेशी मेहमान
कटई गांव में लगभग 40 साल से लगातार जून से फरवरी तक विदेशी पक्षियों का कलरव सुनकर गांव के लोग मंत्र मुग्ध होते हैं. शाम को आसमान में आसमानी करतब दिखाते हैं. साइबेरियन पक्षी को देखकर मानों ग्रामीणों की दिन भर की थकान मिट जाती है. फरवरी के अंत में गर्मी की आहट मिलते ही विदेशी मेहमान आशियाना छोड़ देते हैं. 4 महीने के लिए ठंडे इलाकों में चले जाते हैं.
पक्षियों के शिकार पर ग्रामीणों ने लगाया प्रतिबंध
कटई गांव में आने वाले विदेशी मेहमानों की गांव वाले भी बखूबी मेहमान नवाजी करते हैं. उन्हें किसी भी प्रकार का कोई भी नुकसान नहीं पहुंचाते हैं. उनके शिकार पर भी पूर्णतः प्रतिबंध लगा रखे हैं. ग्रामीणों ने बताया कि गांव के निश्चित पेड़ में ही उनका बसेरा होता है. वह आते ही अपना नया बसेरा बना लेते हैं. यह उनका प्रजनन काल होता है.
25 दिन पहले उड़ गए पक्षी
पक्षी प्रेमी दिनेश तिवारी ने बताया कि गर्मी शुरू होने के पहले ही कटई में आने वाले विदेशी मेहमान 25 दिन पहले ही उड़ चुके हैं. जिनका बारिश से पहले गांव में आगमन होगा. ये पक्षी अच्छी बारिश के दिकसूचक होते हैं.