नगाड़े बेचने वालों ने बताया कि होली नजदीक है इसलिए दुकानें अभी से लगाए गए हैं. नगाड़े बेचने वाले खुद ही नगाड़े बजाकर लोगों को आकर्षित कर रहे हैं. लोगों ने बताया कि गांवों में रात में नगाड़ों की आवाज गूंजती है. गावों में शगुन के रूप में नगाड़े बजाए जाते हैं.
पानी की किल्लत कर सकती है रंग प्रेमियों का जश्न भंग
नगाड़ों के साथ ही रंग-बिरंगे पिचकारी और गुलाल भी दुकानों में सजने लगे हैं. इस होली जिले में पानी की किल्लत रंग प्रेमियों को भंग कर सकती है. जिले के सभी थानों में प्रेम, शांति और सौहार्द से त्यौहार मानाने और पानी कम खर्च करने की अपील की गई है.