बेमेतरा: जिले में दलहन फसलों के रकबे में बढ़ोतरी हुई है. वहीं धान की खेती को लेकर किसानों का मोह खत्म होता दिख रहा है.पिछले साल 1 लाख 800 हेक्टेयर में चना की खेती की गई थी. जो इस साल बढ़कर 1 लाख 12 हजार 875 हेक्टेयर हो गई है. दलहन और तिलहन की फसलों में कुल 13 हजार 517 हेक्टेयर की वृद्वि हुई हैं.
पिछले साल ग्रीष्मकालीन धान का रकबा 6 हजार 520 हेक्टेयर था जो अब कम होकर 1 हजार 775 हेक्टेयर हो गया है. वही गेंहू 16 हाजर 850 हेक्टेयर से बढ़कर 20 हजार 360 हेक्टेयर हो गया है. सभी दलहन और तिलहन फसलों की बात करें तो 1लाख 14 हजार 840 हेक्टेयर की तुलना में इस साल दलहन और तिलहन फसलों का रकबा बढ़कर 1 लाख 28 हजार 357 हेक्टेयर हो गया है.
बता दें कि जिले में सरसों का रकबा भी बढ़ा है. यहां कुल 3 हजार 914 हेक्टेयर में सरसों की खेती की जा रही है. वहीं 2 हजार 937 हेक्टेयर में गन्ना और 730 हेक्टयर में धनिया की खेती की जा रही हैं.
जैविक खेती को दिया जा रहा प्रोत्साहन
उपसंचालक कृषि जेएस राजपूत ने बताया कि दलहन, तिलहन फसलों में आशा के अनुसार बढ़ोतरी हुई है. उन्होंने बताया कि किसानों को जैविक खेती के प्रोत्साहन के लिए वर्मी खाद पर जोर देते हुए मिट्टी परीक्षण के आधार पर संतुलित खाद के उपयोग करने की समझाइश भी लगातार दी जा रही है ताकि भूमि की उर्वरता में बढ़ोतरी हो सके.