बेमेतरा : बेरला के अधिकारियों को राजस्व प्रकरणों के निराकरण में लापरवाही भारी पड़ा है. दुर्ग संभाग के कमिश्नर दिलीप वासनीकर ने जिले के बेरला अंतर्गत अनुविभाग, कार्यालय अनुविभागीय अधिकारी, तहसीलदार, नायब तहसीलदार एवं सीईओ जनपद पंचायत का आकस्मिक निरीक्षण किया.
इस दौरान बड़ी संख्या में प्रकरण पेंडिग होने पर तहसीलदार अजय चंद्रवंशी, नायब तहसीलदार पोरस वेंटल और जनपद पंचायत सीईओ शिशिर शर्मा को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. कमिश्नर ने न्यायालय अ.वि. अधिकारी (रा.) में नामांतरण, डायर्वसन, पंचायत एवं अन्य मदों के दर्ज प्रकरणों से संबंधित राजस्ववाद पंजी, काजलिस्ट का अवलोकन किया. कहा कि, किसी भी प्रकरण में तर्क के लिए अधिक समय देकर लंबित न रखा जाए. वहीं दर्ज राजस्व प्रकरणों को नियत समय में निराकरण के निर्देश दिए.
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मिले ये निर्देश
कमिश्नर ने न्यायालय में सर्वाधिक अ-2 डायवर्सन के लंबित 68 प्रकरण एवं अ-89 पंचायतों के लंबित 9 प्रकरणों एवं अन्य श्रेणी में कुल 272 लंबित प्रकरणों को तत्काल निराकृत करने के निर्देश दिए. साथ ही एक वर्ष से अधिक लंबित 13 प्रकरणों के त्वरित निराकरण के निर्देश भी दिए. इस प्रकार तहसीलदार और नायब तहसीलदार के न्यायालय में प्रकरण लंबित मिलने पर जल्द निपटाने के निर्देश दिए.
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इन्हें मिला नोटिस
बता दें कि एसडीएम कार्यालय में पदस्थ बाबू कुंजबिहारी देवांगन, न्यायालय तहसीलदार में पदस्थ बाबू ईश्वर वैष्णव और कन्हैयालाल श्रीवास्तव को प्रकरण ऑनलाइन नहीं करने के कारण नोटिस जारी किया गया है. वहीं जनपद कार्यालय में पसरी गंदगी को देखकर जनपद सीईओ शिशिर शर्मा को नोटिस जारी किया गया है.