बेमेतरा: जिले में राजस्व और सहकारिता विभाग के आपसी तालमेल में कमी और प्रशासन की लचर व्यवस्था की मार अंधियारखोर के किसान झेल रहे हैं. किसानों को चना फसल की बीमा क्लेम की राशि अबतक नहीं मिल पाई है. जिससे गांव के किसान दफ्तरों के चक्कर काट परेशान हो रहे हैं.
बेमौसम आई आसमानी आफत से जिले में चने की फसल बर्बाद हो गई थी. इसके लिए जिले में अन्य किसानों को मुआवजा राशि भी मिल चुका है, लेकिन ग्राम अंधियारखोर ऐसा गांव है जहां के किसानों को अबतक मुआवजे की राशि नहीं मिल पाई है. किसान दर-दर भटकने को मजबूर हैं. किसानों ने बताया कि चना के सीजन में बेमौसम हुई बरसात के कारण चने की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई थी. जिसे किसानों ने लुआई करना भी मुनासिब नहीं समझा था. जिसके बाद किसानों ने बीमा कंपनी से आस लगाई लगाई थी जो अबतक पूरी नहीं हो पाई है.
किसानों को 6 महीने बाद भी चना फसल का बीमा क्लेम और क्षतिपूर्ति की राशि नहीं मिल पाई है. किसानों ने कलेक्टर शिव अनंत तायल को ज्ञापन सौंप मुआवजा राशि की मांग की है. किसान समस्या को लेकर सोमवार को संसदीय सचिव और क्षेत्र के विधायक गुरुदयाल सिंह बंजारे से मुलाकात करेंगे.
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किसान सागर साहू ने बताया कि कई बार दफ्तर के चक्कर काट चुके हैं, जहां एक ही जवाब मिलता है, आपका गांव अधिसूचित नहीं है.