बेमेतरा: किसान नेता योगेश तिवारी ने सोमवार को जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया. इसके साथ ही कलेक्टर शिव अनन्त तायल को ज्ञापन सौंप बाढ़ प्रभावितों को मुआवजा देने और पीड़ितों के प्रति सहानुभूति पूर्वक तत्काल राहत देने की मांग की है.
गंगरेल के गेट खोले जाने के बाद शिवनाथ नदी अपने रौद्र रूप पर है और जिले के कई गांवों को अपने आगोश में ले लिया है. बता दें, जिले के साजा देवकर क्षेत्र के बेरला, नवागढ़ और नांदघाट क्षेत्र के 12 से ज्यादा गांव बाढ़ की चपेट में है. जहां के किसानों को जैसे-तैसे रेस्क्यू कर बाहर निकाला जा रहा है. बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के किसानों की फसल पूरी तरह से चौपट हो गई है. वहीं उनके आशियाने भी उजड़ गए हैं, जिसका किसान नेता योगेश तिवारी ने निरीक्षण किया और कलेक्टर से तुरंत राहत देने की मांग की है.
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किसान नेता ने की बाढ़ प्रभावितों के लिए मुआवजे की मांग
किसान नेता ने कलेक्टर को सौंपे गए ज्ञापन में बताया है कि अतिवृष्टि के कारण नदी-नाले के पास बसे गांवों के ग्रामीणों को समस्याओं से झूझना पड़ रहा है. बाढ़ का पानी आने के कारण खेत जलमग्न हो गए हैं. वहीं मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जिसके मद्देजनर प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत प्रभावितों को मकान दिया जाए. साथ ही किसानों की फसल जैसे धान, सोयाबीन और अरहर बारिश और बाढ़ की भेंट चढ़ गई है, जिसका राहत राशि भी किसानों को दी जाए. बाढ़ से मवेशियों की मौत हुई है, जिसके लिए भी मुआवजा राशि की मांग की गई है. वहीं कलेक्टर शिव अनन्त तायल ने बताया कि जिले में बाढ़ का पानी कम हो रहा है, जिसपर प्रशासन की टीम नजर बनाई हुई है. उन्होंने बताया कि नुकसान के आंकलन के बाद लोगों को मुआवजा दिया जाएगा.