बेमेतरा: जिले के नगर पंचायत मारो में तालाब की खुदाई के दौरान एक बड़े जानवर की हड्डी के साथ एक सुरंग मिला है. बड़े जानवर की हड्डी मिलने की खबर के बाद वहां ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई. लोगों में हड्डी और सुरंग देखने के होड़ लगी है.
बताया जा रहा है कि, मारो के रानी सागर तालाब में बीते एक महीने से खुदाई जारी है. यहां से मुरम निकाल कर सड़क निर्माण के लिए ले जाया जा रहा है. मंगलवार को खुदाई के दौरान अचान यहां एक सुरंग दिखी. जिसकी खबर मिलते ही लोग नारियल और अगरबत्ती लेकर वहां पहुंच गए और पूजा-पाठ करने लगे.
राजाओं का गढ़ रहा है मारो
जानकार बताते हैं, मारो छत्तीसगढ़ के 36 गढ़ों में से एक है, इसका प्राचीन नाम माढ़ोगढ़ था. जो समय के साथ मारो हो गया. मारो राजा मानसिंह का राज्य रहा है. यहां कई प्राचीन किले, भव्य देवी महामाया का मंदिर है, जहां नवरात्रि के दोनों पक्षों में कलश स्थापना की जाती है.
सुरंग के रास्ते तलाब जाती थी रानी
जानकार बताते हैं, पुराने समय में रानी अपने रजवाड़ा से स्नान करने सुरंग के रास्ते सागर तालाब जाती थी. इसीलिए इस तालाब का नाम रानी सागर तालाब पड़ा है. अब सुरंग जैसा गड्ढा मिलने से इस बात की सत्यता के प्रमाण मिलने लगे हैं.
खुदाई के दौरान मिली जानवरों की हड्डी
नगर पंचायत मारो के उपाध्यक्ष जितेंद्र तिवारी ने बताया को मारो ऐतिहासिक नगरी है. यहां पुरात्तव विभाग को आकर सामग्री संकलन करना चाहिए. मारो निवासी अशोक कौशल ने बताया कि, रानी तालाब के खुदाई के दौरान प्राचीन घोड़े के मुंह की हड्डी और सुरंग मिली है.
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