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सराहनीय पहल : बिना चुनावी खर्च और तामझाम के चुने सरपंच और पंच

बेमेतरा जिले के ग्राम पंचायत चुनाव के लिए नामांकन से पहले ही कुसमी गांव के लोगों ने मिलकर निर्विरोध अपना सरपंच और पंच चुन लिया है. गांव के इस पहल की चारों तरफ जमकर सराहना हो रही है.

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Published : Jan 1, 2020, 8:25 PM IST

bemetara kusmi nirvirodh nirwachan
कुसमी गांव बना मिसाल


बेमेतरा: ग्राम पंचायत चुनाव के लिए नामांकन से पहले ही गांव वालों ने पंचायत का चुनाव कर लिया है. कुसमी गांव में ग्रामीणों ने आपसी सहमति से निर्विरोध सरपंच, उपसरपंच और पंचों का चुनाव कर लिया है.

बिना चुनावी खर्च और तामझाम के चुने गए सरपंच और पंच

गांव वालों की एकता और नेक पहल ने एक मिसाल कायम की है. जिला मुख्यालय से 12 किलोमीटर दूर कुसमी गांव की कुल आबादी 3 हजार 500 है और मतदाताओं की संख्या करीब 2400 है. पंचायत में कुल 14 वार्ड हैं जिन पदाधिकारियों का निर्विरोध चुनाव हुआ, उसमें 32 वर्षीय युवा मोहन वर्मा को सरपंच और 35 वर्षीय छात्र कुमार देवांगन को उपसरपंच बनाया गया है. इसके साथ ही गांव के विभिन्न वार्डों के लिए 14 पंचों का भी चयन किया गया है.

बता दें कि चुने गए प्रतिनिधियों में मोहन वर्मा वर्तमान में भी गांव के उपसरपंच हैं और अब वो सरपंच पद की शपथ लेंगे.

स्वस्थ स्वच्छ और आदर्श गांव बनाने की कवायद

आबादी के हिसाब से एक बड़ा पंचायत होने के बाद भी गांव में सभी पदाधिकारियों का निर्विरोध चुना जाना गांव वालों की एकता को दर्शाता है. पहले गुटबाजी की वजह से विकास के काम अटक जाते थे. इसके बाद एक बैठक आयोजित कर सर्वसम्मति से ऐतिहासिक फैसला लिया गया. पंचों ने बताया कि उनकी पहली प्राथमिकता ये है कि ग्राम सभा को मजबूत किया जाए. गांव के विकास कार्यों का फैसला हो, जनहित के कार्य हो और गांव में पहली प्राथमिकता के साथ अच्छी शिक्षा, स्वास्थ्य, खेल और पेयजल की सुविधा हो. इन सुविधाओं के साथ आने वाले 5 सालों में कुसमी एक आदर्श गांव बन सके.

मिलेगी प्रोत्साहन राशि

कुसमी गांव निर्विरोध निर्वाचन के साथ ही सरकार से मिलने वाली प्रोत्साहन राशि का भी हकदार होगा और इस राशि का इस्तेमाल गांव के विकास में किया जाएगा.


बेमेतरा: ग्राम पंचायत चुनाव के लिए नामांकन से पहले ही गांव वालों ने पंचायत का चुनाव कर लिया है. कुसमी गांव में ग्रामीणों ने आपसी सहमति से निर्विरोध सरपंच, उपसरपंच और पंचों का चुनाव कर लिया है.

बिना चुनावी खर्च और तामझाम के चुने गए सरपंच और पंच

गांव वालों की एकता और नेक पहल ने एक मिसाल कायम की है. जिला मुख्यालय से 12 किलोमीटर दूर कुसमी गांव की कुल आबादी 3 हजार 500 है और मतदाताओं की संख्या करीब 2400 है. पंचायत में कुल 14 वार्ड हैं जिन पदाधिकारियों का निर्विरोध चुनाव हुआ, उसमें 32 वर्षीय युवा मोहन वर्मा को सरपंच और 35 वर्षीय छात्र कुमार देवांगन को उपसरपंच बनाया गया है. इसके साथ ही गांव के विभिन्न वार्डों के लिए 14 पंचों का भी चयन किया गया है.

बता दें कि चुने गए प्रतिनिधियों में मोहन वर्मा वर्तमान में भी गांव के उपसरपंच हैं और अब वो सरपंच पद की शपथ लेंगे.

स्वस्थ स्वच्छ और आदर्श गांव बनाने की कवायद

आबादी के हिसाब से एक बड़ा पंचायत होने के बाद भी गांव में सभी पदाधिकारियों का निर्विरोध चुना जाना गांव वालों की एकता को दर्शाता है. पहले गुटबाजी की वजह से विकास के काम अटक जाते थे. इसके बाद एक बैठक आयोजित कर सर्वसम्मति से ऐतिहासिक फैसला लिया गया. पंचों ने बताया कि उनकी पहली प्राथमिकता ये है कि ग्राम सभा को मजबूत किया जाए. गांव के विकास कार्यों का फैसला हो, जनहित के कार्य हो और गांव में पहली प्राथमिकता के साथ अच्छी शिक्षा, स्वास्थ्य, खेल और पेयजल की सुविधा हो. इन सुविधाओं के साथ आने वाले 5 सालों में कुसमी एक आदर्श गांव बन सके.

मिलेगी प्रोत्साहन राशि

कुसमी गांव निर्विरोध निर्वाचन के साथ ही सरकार से मिलने वाली प्रोत्साहन राशि का भी हकदार होगा और इस राशि का इस्तेमाल गांव के विकास में किया जाएगा.

Intro:एंकर- बेमेतरा जिला के ग्राम पंचायत चुनाव के लिए नामांकन से पहले ही गांव वालों ने पंचायत का चुनाव कर लिया है। बेमेतरा जिले के ग्राम कुसमी में ग्रामीणों ने आपसी सहमति से निर्विरोध सरपंच उपसरपंच और पंचों का चुनाव कर लिया है।
निश्चित तौर पर कुसमी गाँव वालों इस एकता, नेक पहल से अन्य गाँव वालों की प्रेरणा मिलेगी कुसमी गाँव ने एक मिसाल कायम की है इसका असर पूरे बेमेतरा जिले में दिखेगा।Body:ग्राम कुसमी जिला मुख्यालय से 12 किलोमीटर दूर है गांव की कुल आबादी करीब 3 हजार 500 की है और मतदाताओं की संख्या करीब 2400 है पंचायत में कुल 14 वार्ड है जिन पदाधिकारियों का निर्विरोध चुनाव हुआ उसमें 32 वर्षीय युवा मोहन वर्मा को सरपंच एवं 35 वर्षीय छात्र कुमार देवांगन को उपसरपंच बनाया गया है इसके साथ ही गांव की विभिन्न वार्डों के लिए 14 पंचों का भी चयन किया गया है चुने गए प्रतिनिधियों में मोहन वर्मा वर्तमान में भी गांव के उपसरपंच हैं अब वही सरपंच पद की शपथ लेंगे आबादी के हिसाब से एक बड़ा पंचायत होने के बाद भी गांव में सभी पदाधिकारियों को निर्विरोध चुना जाना गांव वालों की एकता को दर्शाता है जबकि प्रदेश में अपनी अलग पहचान स्थापित करता है।Conclusion:गांव के मुखिया एवम पूर्व सरपंच पंचू साहू ने बताया कि गांव में विगत 100 वर्षों से आपसी गुटबाजी के चलते विकास कार्य अवरुद्ध है इसलिए हमने सभी समाज को संगठित कर गांव के हनुमान मंदिर पर बैठक आयोजित कर एक आम सहमति बनाई जिसमें ऐतिहासिक फैसला लिया गया कि गांव में इस बार निर्विरोध रूप से सरपंच उप सरपंच एवं पंचों का चुनाव करना है जिससे गांव में आपसी सामंजस्य स्थापित हो सके और गांव में विकास कार्य को नई दिशा मिल सके।
पंचों ने बताया कि उनकी पहली प्राथमिकता यह है कि ग्राम सभा को मजबूत किया जाए गांव के विकास कार्यों का फैसला हो जनहित के कार्य हो एवं गांव में पहली प्राथमिकता के साथ अच्छी शिक्षा स्वास्थ्य खेल और पेयजल की सुविधा हो इसके साथ आने वाले 5 वर्षों में कुसमी को हम देश के सबसे स्वस्थ स्वस्थ आदर्श गांव के रूप में देख सकें।बता दे निर्विरोध निर्वाचन के साथ ही गांव सरकार से मिलने वाली प्रोत्साहन राशि का भी हकदार होगा।
बाईट-1 ईश्वरी साहू नवनिर्वाचित पंच (काला जैकेट)
बाईट-2 दिनेश पाठक ग्रामवासी (चंदन वाले)
बाईट-3 पंचू साहू पूर्व सरपंच (टोपी वाले)
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