बेमेतरा: छत्तीसगढ़ में दो चरणों में विधानसभा चुनाव होने हैं. पहले चरण का मतदान 7 नवंबर और दूसरे चरण का मतदान 17 नवंबर को है. चुनाव को लेकर क्षेत्र की दो प्रमुख पार्टी बीजेपी और कांग्रेस के उम्मीदवारों ने चुनावी तैयारियां शुरू कर दी है. कई प्रत्याशियों ने तो नामांकन तक दाखिल कर दिया है. बेमेतरा से बीजेपी प्रत्याशी दीपेश साहू से ETV भारत ने बात की. दीपेश साहू ने बताया कि वो जनता के बीच बेरोजगारी और कांग्रेस सरकार द्वारा किए भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर जनता के बीच जाएंगे.
इन मुद्दों को लेकर जाएंगे जनता के बीच: ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान भाजपा प्रत्याशी ने दीपेश साहू ने कहा, " पार्टी ने मुझे जिस विश्वास से चुनावी मैदान में उतारा है, मैं उस पर खरा उतरने का प्रयास करुंगा. क्षेत्र की जनता पिछले 5 सालों से चोरी, भ्रष्टाचारी, कमीशनखोरी और मिलावट से परेशान है. जिले में किसान के हित में कोई काम नहीं हुई है. न ही बांध का निर्माण कराया गया है. मां-बहनों के लिए कोई पहल नहीं की गई है. क्षेत्र में बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा है. 5 सालों में रोजगार के कोई भी साधन मुहैया नहीं किया गया है. सभी वर्ग परेशान हैं. पूरे क्षेत्र की जनता आशीष छाबड़ा और कांग्रेस के खिलाफ चुनाव में वोट देगी."
भाजपा ने खेला ओबीसी कार्ड: बेमेतरा विधानसभा क्षेत्र में इस बार बीजेपी ने ओबीसी कार्ड खेला है. पार्टी ने साहू समाज से दीपेश साहू को चुनावी मैदान में उतारा है. प्रत्याशियों की घोषणा से पहले यहां से राजेंद्र शर्मा, योगेश तिवारी, संध्या परघनिया, राहुल टिकरिहा को प्रत्याशी बनाए जाने की संभावना जताई जा रही थी. हालांकि बीजेपी ने दीपेश साहू को प्रत्याशी बनाया है. इसके पीछे दूसरा कारण यह है कि दीपेश साहू युवा हैं और साहू समाज से आते है. दीपेश साहू क्षेत्र में OBC मतदाताओं को साधने में कामयाब होंगे.
जानिए कौन हैं दीपेश साहू: दीपेश साहू किसान परिवार से आते हैं. उनका जन्म 23 जनवरी 1988 को बेमेतरा में हुआ था. उनके पिता भरत साहू पटवारी हैं. वर्तमान में दीपेश साहू भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा के जिलाअध्यक्ष हैं. बता दें कि दीपेश साहू 2008 से 2018 तक 10 सालों तक शिक्षक रहे हैंं. इसके बाद भाजपा में सक्रिय हुए. 2023 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने बेमेतरा से इन्हें उम्मीदवार बनाया है.