बेमेतरा : जिला में रुक-रुक कर हो रही बारिश और मौसम में हो रहे बदलाव की वजह से फसल बर्बाद हो रही है. जिले में सोयाबीन की फसल तो पूरी तरह से बारिश और कीड़ों की भेंट चढ़ गई है. वहीं धान की फसल बचाने के लिए किसानों की मशक्कत जारी है. अब अरहर की फसल में फूल लगने से पहले ही पत्तियां मुर्झाने लगी है. इससे किसान परेशान नजर आ रहे हैं.
अपनी उन्हारी की फसल के लिए प्रदेशभर में विख्यात बेमेतरा में इस साल किसान बेमौसम बारिश और लगातार मौसम में हो रहे परिवर्तन की वजह से परेशान नजर आ रहे हैं. अरहर की फसल में फूल लगने से पहले ही पत्ते मुर्झाने लगे हैं, इससे अन्नदाता परेशान नजर आ रहे हैं. धान की खेती में अब भी मशक्कत जारी है.
किसान फसलों को लेकर परेशान
किसानों ने बताया कि कोरोना महामारी की वजह से हुए लॉकडाउन में जहां रोजगार के अवसर नहीं मिले, वहीं अब फसलों को लेकर वे परेशान हैं.
इमिडा क्लोरपिड का छिड़काव
कीट रोग विशेषज्ञ डॉ एकता ताम्रकार ने बताया कि किसानों अरहर के कीटों से बचाव के लिए कारटाप हाइड्रोक्लोरिड, क्लोरीनटेनिक के साथ इमिडा क्लोरपिड का छिड़काव करना चाहिए, इससे अरहर की फसल को कीटों से बचाया जा सकता है.