बेमेतरा: जिले के सबसे बड़े अस्पताल का हाल बेहाल है. जिला अस्पताल को लोग अब रेफर सेंटर के नाम से बुलाने लगे हैं. इसकी वजह ये है कि यहां इलाज के लिए आए मरीजों को ट्रीटमेंट देने की बजाए रेफर कर दिया जाता है.
बुधवार को अंधियारखोर गांव में एक आठ साल के बच्चे को कुत्ते ने काट लिया था, जिसमें वो बुरी तरह से जख्मी हो गया था.बच्चे के परिजन उसे लेकर जिला अस्पताल पहुंचे थे. जहां पहले तो डॉक्टर नहीं थे, आधे घंटे बाद जब डॉक्टर पहुंचे, तो पता चला कि अस्पताल में एंटी रेबीज वैक्सीन ही नहीं है. इसके बाद डॉक्टर ने बच्चे को टिटनेस का इंजेक्शन लगाकर रेफर कर दिया.
- जिला अस्पताल से रेफर होने के बाद बच्चे के परिजनों ने उसे निजी अस्पताल में ले जाकर एंटी रेबीज वैक्सीन लगवाया.
- इधर, मामला सामने आने के बाद जिले के कलेक्टर में इस पर संज्ञान लेते हुए सीएचएमओ को तलब किया है.
- बता दें कि अभी कुछ दिनों पहले ही स्वास्थ्य विभाग ने प्रदेश के सभी जिला अस्पताल प्रबंधन से एंटी रेबीज वैक्सीन की जानकारी मांगी थी और सभी जिला अस्पताल को पर्याप्त मात्रा में एंटी रेबीज वैक्सीन रखने के निर्देश दिए थे.