बेमेतराः कुरूद गांव में करंट की चपेट में आने से 8 मवेशियों की मौत (Death of 8 cattle) हो गई है. मवेशियों की मौत के बाद ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया (Villagers protested) है. आक्रोशित ग्रामीणों ने सिटी कोतवाली पहुंचकर प्रदर्शन करते हुए आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
करंट की चपेट में आने से 8 मवेशियों की मौत
मामला बेमेतरा जिला के रांका के निकट कुरूद गांव का है. जहां आंधी तूफान आने से 5 दिन पहले गांव के विद्युत पोल गिर गए थे. जिसमें लगातार करंट प्रवाहित हो रहा था. इसकी सूचना ग्रामीणों ने संबंधित बिजली सबस्टेशन को दी थी, लेकिन बिजली विभाग की लापरवाही के चलते अबतक विद्युत सप्लाई बंद नहीं की गई थी. जिसके चलते बीती रात गांव के 8 मवेशी की करंट की चपेट में आने से मौत हो गई. जिसके बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने सिटी कोतवाली में आकर बिजली विभाग की लापरवाही से पशुधन हानि के मामले में कार्रवाई की मांग की गई.
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लगातार सामने आ रही बिजली विभाग की लापरवाही
बेमेतरा जिले में यह कोई पहला मामला नहीं है कि करंट की चपेट से मवेशी की मौत हुई है. जिले में आंधी तूफान आने के बाद लगातार विद्युत खंभे गिरते रहते हैं. इस दौरान करंट की चपेट में आने से मवेशियों की मौत होती रहती है. बावजूद इसके विद्युत विभाग के कर्मचारी लापरवाही से बाज नहीं आते हैं. जिससे इस तरह की घटनाएं सामने आती रहती है. इस तरह की घटनाओं पर अंकुश लगाना अति आवश्यक है, नहीं तो कभी भी इससे बड़ी अनहोनी हो सकती है.