बेमेतरा: कछुआ चाल से धान उठाव कार्य पूर्ण किये जाने के बाद अब समितियो में धान सूखत का मिलान (Matching of Paddy Dryness Slow) कछुआ चाल से किया जा रहा है. जिससे अब तक जिले में सूखत के आंकड़े सामने आ सके है. अब तक केवल 113 उपार्जन केंद्रों (Earning Centers) में 84 समिति का ही मिलान हो सका है. जिसमें 10 हजार 400 मीट्रिक टन धान (10 thousand 400 metric ton paddy) कीमत करीब 20 करोड़ के राशि का धान सूखत में है. वहीं अब भी मिलान का कार्य जारी है. जिससे सुखत के आंकड़े बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है.
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जिले में धीमी गति से चल है धान सूखत मिलान का कार्य
बेमेतरा के जिला खाद्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक जिले के 113 उपार्जन केंद्रों में धान खरीदी का कार्य (Paddy Procurement Work in Procurement Centers) किया गया है. जिसमें धान के सूखत का मिलान 84 समितियों के ही हो पाए हैं. वहीं 29 समितियों का मिलान होना बाकी है. वर्तमान में 84 समितियों में सूखत की राशि 20 करोड़ रुपये है. वहीं 29 धान उपार्जन केंद्र के मिलान होना अभी बाकी है. वहीं यह आकंड़े और भी बढ़ सकते हैं.
बारिश से करोड़ों के धान की बर्बादी!
कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे (Agriculture Minister Ravindra Choubey) के गृह जिला बेमेतरा में धान खरीदी से लेकर उपार्जन केंद्र से उठाव तक का कार्य बेहद धीमी गति से हुआ है. वही अब मिलान का कार्य मे अधिकारी जहां बारिश से करोड़ों के धान बर्बाद हुए है. यही कारण है कि जिले के कई उपार्जन केंद्रों और सेवा सहकारी समितियों को करोड़ों रुपये के नुकसान उठाना पड़ रहा है. वहीं धीमी गति से धान परिवहन का खामियाजा समितियों को उठाना पड़ रहा है.