बेमेतरा: जिला अस्पताल परिसर में करोड़ों रुपए की लागत से बने मातृ शिशु अस्पताल की खामियां सामने आने लगी हैं. मेडिकल सर्विसेज की ओर से बनाए गए भवन के छत का प्लास्टर बीते दिनों गिर गया. इस दौरान उस जगह पर कोई मौजूद नहीं था, इसलिए बड़ा हादसा होते-होते टल गया.
अस्पताल के रसोई कक्ष के पास ये घटना हुई है. वहीं पास में काम करने वाले लोग इस घटना के बाद सहमे हुए हैं.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किया था लोकार्पण
100 बिस्तर वाले अस्पताल का लोकार्पण 23 फरवरी 2019 को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के हाथों से हुआ था, जिसके छत का प्लास्टर महज 15 महीने बाद ही उखड़ गया है. करोड़ों की लागत से बने नवनिर्मित 100 बिस्तर वाले मातृ शिशु अस्पताल के प्लास्टर का एक बड़ा हिस्सा गिरने से निर्माण की गुणवत्ता की पोल खुल गई है. जिस जगह पर छत का हिस्सा गिरा है, उसके ठीक सामने एनआरसी है, जहां कुपोषित बच्चे और उनके परिजन रहते हैं.
पढ़ें - covid-19: बेमेतरा में फिर मिले 13 नए मामले, अब 15 एक्टिव केस
इससे पहले भी अस्पताल में दिखी हैं कई खमियां
इससे पहले भी अस्पताल के छत का छोटा हिस्सा और कई जगहों के टाइल्स उखड़े मिले थे. अस्पताल की दीवारों पर कई जगह दरारें भी पड़ने लगी हैं. इन दरारों पर व्हाइट सीमेंट की परत लगाकर इसे छिपाने का प्रयास भी किया गया. इस मामले में कलेक्टर अनंत तायल ने कहा है कि संबंधित ठेकेदार और विभाग के जिम्मेदारों को तलब किया गया है और जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी.
ये भी पढ़ें - बेमेतरा: चकमक अभियान बना सीखने-पढ़ने का साधन, घर बैठे पढ़ रहे नौनिहाल
लॉकडाउन की वजह से टला बड़ा हादसा
अच्छी बात ये रही कि कोरोना महामारी की वजह से अस्पताल से सभी बच्चों और उनके परिजनों को छुट्टी दे दी गई है, जिसकी वजह से कोई जनहानि नहीं हुई.