जगदलपुर: बस्तर (Bastar) में बीते सप्ताह भर से हुई बारिश किसानों के लिए आफत की बारिश (Rain) बनकर गिरी है. बेमौसम बारिश (unseasonal rain) ने सैकड़ों किसानों के खड़ी फसल को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया. सबसे ज्यादा प्रभावित बस्तर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और सुकमा में हुआ है. इन इलाकों में किसानों ने फसल की कटाई शुरू ही की थी कि अचानक मौसम में आए परिवर्तन की वजह से पिछले 7 दिनों तक जमकर बारिश हुई. जिसके कारण किसानों की खड़ी फसल और कटाई हुई फसल भी पूरी तरह से खराब हो गई. अब यह फसल किसी काम का नहीं रहा.
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प्रशासन ने जारी किया टोल फ्री नंबर
वहीं किसानों का कहना है कि उन्होंने खेती के लिए बैंक से कर्ज लिया था और अब जब फसल पूरी तरह से पककर तैयार हो गई थी. ऐन वक्त पर हुई बेमौसम बारिश ने पूरे फसल को बर्बाद कर दिया. इधर किसानों ने शासन से मदद की गुहार लगाई है और मुआवजा की मांग की है. जिला प्रशासन ने किसानों को बारिश से हुए भारी नुकसान को देखते हुए एक टोल फ्री नंबर जारी किया है. जिसके जरिए किसान अपने फसल की पूरी जानकारी दे सकते हैं.
बस्तर कलेक्टर रजत बंसल ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा अलग-अलग ग्रामीण अंचलों में शासकीय कर्मचारियों के द्वारा शिविर का आयोजन आने वाले दिनों में किया जाएगा. जिसमें किसान अपनी फसल के नुकसान की जानकारी देंगे. उसके बाद प्रशासन मुआवजे का आंकलन करेगा.
सताने लगी कर्ज चुकाने की चिंता
गौरतलब है कि पहले ही बस्तर संभाग में अल्प वर्षा की वजह से कई किसानों ने पिछले सालों की तुलना में बेहद कम फसल अपने खेतों में उगाए हैं. बेमौसम बारिश ने किसानों की उम्मीदों पर पूरी तरह से पानी फेर दिया. हालांकि शासन उन्हें उनके नुकसान के लिए मुआवजा देने की बात जरूर कह रही है. लेकिन किसानों को अब अपने फसल के लिए बैंक और अन्य माध्यम से लिए गए कर्ज चुकाने की चिंता सताने लगी है.