जगदलपुर: नगरनार में निर्माणाधीन एनएमडीसी स्टील प्लांट के निजीकरण किए जाने को लेकर एक बार फिर से विरोध शुरू हो गया है. प्लांट के तैयार होने से पहले ही केंद्र सरकार ने इस प्लांट को निजीकरण करने का फैसला ले लिया है. केंद्र सरकार के इस फैसले के बाद लगातार इसका विरोध किया जा रहा है. इसी कड़ी में रविवार को बस्तर सांसद दीपक बैज ने भी प्रेस वार्ता कर इस निजीकरण का विरोध किया और किसी भी कीमत पर इस प्लांट का निजीकरण नहीं होने देने की बात कही है.
एनएमडीसी (NMDC) की ओर से जारी किए गए एक पत्र में देश के NSE और BSE जैसे बड़े-बड़े कंपनी को शेयर बेचे जाने के एक पत्र सामने आने के बाद, बस्तर के सभी कांग्रेसी नेता इसके विरोध में खड़े हो गए हैं. शनिवार को भी बस्तर के सभी जनप्रतिनिधियो ने निजीकरण के मुद्दे को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात की थी. जिसके बाद रविवार को बस्तर के सांसद दीपक बैज ने प्रेसवार्ता कर इस स्टील प्लांट का विनीवेशीकरण नहीं होने देने की बात कही है. सांसद ने कहा कि एनएमडीसी प्रबंधन को ग्रामीणों ने इस शर्त पर जमीन दिया गया था कि, बस्तर की खनिज संपदा का यहीं उपयोग हो और उद्योग भी बस्तर में ही स्थापित किया जाए.
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नहीं होने दिया जाएगा निजीकरण: सांसद
ग्रामीणों और जनप्रितिनिधियों का आरोप है कि एनएमडीसी प्रबंधन वादा खिलाफी कर रही है. केंद्र सरकार ने बस्तरवासियों से छलावा कर इसके निजीकरण को लेकर कवायद शुरू कर दी है. साथ ही इसके लिए एक पत्र भी जारी हुआ है. सांसद ने कहा कि किसी भी कीमत पर इस नगरनार एनएमडीसी स्टील प्लांट का विनिवेशीकरण नहीं होने दिया जाएगा. इसके विरोध में सड़क के साथ-साथ विधानसभा और लोकसभा में भी लड़ाई लड़ी जाएगी.