बलौदाबाजार: कसडोल विकासखंड के ग्राम पैरागुड़ा में रेत माफिया के खिलाफ ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा है. मंगलवार की रात करीब 11 बजे ग्रामीणों ने अवैध रेत उत्खनन कर रहे चैन माउंटेन मशीन और 10 हाइवा गाड़ियों को रोककर रेत घाट में ही धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया. ग्रामीणों का आरोप है कि पैरागुड़ा महानदी रेत घाट से रेत माफिया धड़ल्ले से रेत का अवैध उत्खनन कर रहे हैं. बावजूद इसके प्रशासन रेत माफिया के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है.
ग्रामीणों ने कसडोल विधायक शकुंतला साहू, कसडोल एसडीएम और बलौदाबाजार के कलेक्टर के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. ग्रामीण बीती रात से पैरागुड़ा रेत घाट में डटे हुए थे. ग्रामीणों के साथ में घर की महिलाएं,बच्चे और बूढ़े सभी शामिल रहे. ग्रामीणों की मांग है पैरागुड़ा रेत घाट को बंद किया जाए.
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रेत माफिया को संरक्षण देने का आरोप
रात से अनशन में बैठे ग्रामीणों का गुस्सा आखिरकार कसडोल एसडीएम टेकचंद अग्रवाल और बलौदाबाजार एसडीओपी शुभाष दास के आश्वासन पर शांत हुआ. पैरागुड़ा में रेत माफिया के खिलाफ धरना प्रदर्शन कोई नया मामला नहीं है. इससे पहले भी कसडोल नगर में बीते 15 दिसंबर को खैरा गांव के ग्रामीणों ने उग्र प्रदर्शन किया था. उन्होंने कसडोल विधायक शकुंतला साहू और स्थानीय प्रशासन पर रेत माफिया को संरक्षण देने का आरोप लगाया था.