रायगढ़: नगर निगम सफाई व्यवस्था को लेकर हर महीने लाखों रुपए खर्च कर रहा है. इसके बावजूद शहर सफाई व्यवस्था फिसड्डी साबित हो रहा है. निगम के विपक्ष में बैठी कांग्रेस ने इसे लेकर सवाल खड़े किए हैं. सफाई को लेकर निगम आयुक्त का कहना है कि 3 चरणों में सर्वे किया जाएगा और सर्वे के आधार पर शहर को स्वच्छता रैंकिंग दी जाएगी.
कार्ययोजना तैयार करने का दावा
नगर निगम द्वारा शहर में लाखों रुपए खर्च करने के बाद भी शहर में सफाई व्यवस्था बेहाल है. सफाई के लिए SLRM सेन्टर व्यवस्था होनी चाहिए लेकिन ये भी सही ढंग से संचालित नहीं हो पा रहे हैं. नगर निगम द्वारा शहर की साफ सफाई व्यवस्था को लेकर विशेष कार्ययोजना तैयार करने का दावा किया जा रहा है.
हर महीने होगी स्वच्छता सर्वेक्षण की मॉनिटरिंग
अधिकारियों के मुताबिक अब हर महीने भारत सरकार की ओर से स्वच्छता सर्वेक्षण की मॉनीटरिंग की जाएगी. इसे देखते हुए सफाई की विशेष व्यवस्था की गई है. अधिकारियों की मानें तो डोर टू डोर कचरा कलेक्शन का काम भी बेहतर ढंग से चल रहा है. साथ ही स्वच्छता सर्वेक्षण मॉनिटरिंग के लिए इस काम को और बेहतर तरीके से करने का प्रयास किया जा रहा है.
पार्षद ने लगाए आरोप
नगर निगम की सफाई व्यवस्था को अच्छा बताने के लिए चौक चौराहे और नुक्कड़ से एक सफाई कार्यक्रम चलाया जा रहा है. पार्षद संजय देवगन का कहना है कि 'सफाई व्यवस्था को लेकर निगम प्रशासन काफी लापरवाही बरत रहा है. साथ ही कचरा कलेक्शन के लिए जिन्हें लगाया गया है उनका मेडिकल चेकअप भी नहीं हो रहा है'. पार्षद का आरोप है कि निगम की सफाई केवल कागजों पर हो रही है.