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बारिश ने बढ़ाई किसानों की परेशानी, 18 सौ क्विंटल धान खरीदी केंद्र में फंसा

तीन दिनों से हो रही लागातर बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है. जमीन गीला होने की वजह से लवन धान खरीदी केन्द्र में करीब 51 किसानों का 18 सौ क्विंटल धान फंसा हुआ है, जिनका टोकन कट चुका है.

paddy in the center was destroyed due to rain
धान के बोरे हुए गीले
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Published : Feb 8, 2020, 2:25 PM IST

Updated : Feb 8, 2020, 3:06 PM IST

बालौदाबाजार: कसडोल क्षेत्र में पिछले तीन दिनों से हो रही लागातर बारिश ने किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी है. लगातार बारिश होने के कारण धान खरीदी केंद्रों में पानी भरा हुआ है, जिससे धान खरीदी पूरी तरह से बंद है.

धान के बोरे हुए गीले

बता दें कि जिले के लवन धान खरीदी केंद्र की स्थिति ज्यादा दयनीय है और करोड़ों का धान खुले आसमान के नीचे पड़ा हुआ है, तो वहीं दूसरी ओर जमीन गीला होने की वजह से लवन धान खरीदी केन्द्र में करीब 51 किसानों का 18 सौ क्विंटल धान फंसा हुआ है, जिनका टोकन कट चुका है और जो किसान धानों को लेकर समिति तक पहुंच गए थे लेकिन अचानक बारिश होने से किसानों का धान समितियों में फंस हुआ है.

किसान कर रहे हैं तारीख बढ़ने की उम्मीद
छत्तीसगढ़ में धान खरीदी अपने अंतिम पड़ाव पर है और छत्तीसगढ़ सरकार ने 15 फरवरी तक ही धान खरीदने का फरमान जारी किया है. ऐसे में किसानों को सरकार से उम्मीदें हैं कि सरकार धान खरीदी की तारीख को बढ़ाएगी तभी किसानों का धान पूरी तरह से बिक पायेगा.

'इंद्रदेव' की नाराजगी किसानों पर पड़ी भारी
बलौदाबाजार जिले में इस बार आफत की बारिश कुछ इस कदर बरस रही है जिससे किसानों की समस्याएं थमने का नाम नहीं ले रही है. बता दें कि बलौदाबाजार जिले में पिछले कुछ साल में सूखा होने की वजह से किसानों की कमर पहले ही टूटी हुई थी और अन्नदाताओं को रोजी रोटी की तलाश में दूसरे प्रान्तों की ओर रुख करना पड़ा था. इस साल इंद्रदेव किसानों पर मेहरबान रहे जिससे अच्छी फसल हुई. पहले तो सरकारी फरमान से किसान परेशान होते रहे जिसके बाद किसान धान खरीदी को लेकर सड़क पर उतरे. सरकार किसानों के पक्ष में जरूर आई, लेकिन इंद्रदेव की नाराजगी किसानों को भारी पड़ रही है. लगातार बारिश होने से धान खरीदी प्रभावित हो रही है.

बालौदाबाजार: कसडोल क्षेत्र में पिछले तीन दिनों से हो रही लागातर बारिश ने किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी है. लगातार बारिश होने के कारण धान खरीदी केंद्रों में पानी भरा हुआ है, जिससे धान खरीदी पूरी तरह से बंद है.

धान के बोरे हुए गीले

बता दें कि जिले के लवन धान खरीदी केंद्र की स्थिति ज्यादा दयनीय है और करोड़ों का धान खुले आसमान के नीचे पड़ा हुआ है, तो वहीं दूसरी ओर जमीन गीला होने की वजह से लवन धान खरीदी केन्द्र में करीब 51 किसानों का 18 सौ क्विंटल धान फंसा हुआ है, जिनका टोकन कट चुका है और जो किसान धानों को लेकर समिति तक पहुंच गए थे लेकिन अचानक बारिश होने से किसानों का धान समितियों में फंस हुआ है.

किसान कर रहे हैं तारीख बढ़ने की उम्मीद
छत्तीसगढ़ में धान खरीदी अपने अंतिम पड़ाव पर है और छत्तीसगढ़ सरकार ने 15 फरवरी तक ही धान खरीदने का फरमान जारी किया है. ऐसे में किसानों को सरकार से उम्मीदें हैं कि सरकार धान खरीदी की तारीख को बढ़ाएगी तभी किसानों का धान पूरी तरह से बिक पायेगा.

'इंद्रदेव' की नाराजगी किसानों पर पड़ी भारी
बलौदाबाजार जिले में इस बार आफत की बारिश कुछ इस कदर बरस रही है जिससे किसानों की समस्याएं थमने का नाम नहीं ले रही है. बता दें कि बलौदाबाजार जिले में पिछले कुछ साल में सूखा होने की वजह से किसानों की कमर पहले ही टूटी हुई थी और अन्नदाताओं को रोजी रोटी की तलाश में दूसरे प्रान्तों की ओर रुख करना पड़ा था. इस साल इंद्रदेव किसानों पर मेहरबान रहे जिससे अच्छी फसल हुई. पहले तो सरकारी फरमान से किसान परेशान होते रहे जिसके बाद किसान धान खरीदी को लेकर सड़क पर उतरे. सरकार किसानों के पक्ष में जरूर आई, लेकिन इंद्रदेव की नाराजगी किसानों को भारी पड़ रही है. लगातार बारिश होने से धान खरीदी प्रभावित हो रही है.

Intro:कसडोल क्षेत्र में पिछले तीन दिनों से हो रही लागातर बारिश ने किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी है और लागातर बारिश होने के कारण धान खरीदी केंद्रों में पानी भरा हुआ है जिससे धान खरीदी पूरी तरह से बंद है,आपको बता दें कि जिले के लवन धान खरीदी केंद्र की स्थिति ज्यादा दयनीय है और करोड़ों का धान खुले आसमान के नीचे पड़ा हुआ है,तो वहीं दूसरी ओर जमीन गीला होने की वजह से लवन धान खरीदी केन्द्र में करीब 51 किसानों का 18 सौ क्विंटल धान फंसा हुआ है,जिनका टोकन कट चुका था और जो किसान धानों को लेकर समिति तक पहुँच गए थे लेकिन अचानक बारिश होने से किसानों का धान समितियों में फंस गया है।
Body:गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में धान खरीदी अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच चुका है और छत्तीसगढ़ सरकार ने 15 फरवरी तक ही धान खरीदने का फरमान पहले ही जारी कर दिया है,ऐसे में किसानों को सरकार से उम्मीदें है कि सरकार धान खरीदी की तारीख को बढ़ाएगी तभी किसानों का धान पूरी तरह से बिक पायेगा नहीं तो जो समय सरकार ने तय कर रखा है उस समय तक किसानों का पूरा धान खरीदना संभव नहीं है।

बलौदाबाजार जिले में इस बार आफत की बारिश कुछ इस कदर बरस रही है जिससे किसानों की समस्याएं थमने का नाम नहीं ले रही है,आपको बता दें कि बलौदाबाजार जिले में पिछले कुछ साल आकाल होने की वजह से किसानों की कमर पहले ही टूटी हुई थी और अन्नदाताओं को रोजी रोटी की तलाश में दूसरे प्रान्तों की ओर रुख करना पड़ा था, इस साल इंद्रदेव किसानों पर मेहरबान रहे जिससे अच्छी फसल हुई और कांग्रेस पार्टी ने विधानसभा चुनाव से पहले किसानों से 25 सौ प्रति क्विंटल में धान खरीदने का वादा किया था जिससे किसानों की बांछे खिल गयी थी,लेकिन बदकिस्मती किसानों का साथ नहीं छोड़ रही है पहले तो सरकारी फरमान से किसान परेशान होते रहे जिसके बाद किसान धान खरीदी को लेकर सड़क पर उतर आया,सरकार किसानों के पक्ष में जरूर आई लेकिन इंद्रदेव की नाराजगी किसानों को भारी पड़ रही है और लगातार बारिश होने से धान खरीदी प्रभावित हो रही है,अब ऐसे में बलौदाबाजार के किसान एक स्वर में सरकार गुहार लगा रहे हैं कि धान खरीदी की तारीख आगे बढ़ाई जाए जिससे किसानों का धान समर्थन मूल्य में बिक सके नहीं तो किसानों को अपनी गाढ़ी कमाई की धान औने पौने में बिचौलियों को बेचना पड़ेगा,अब देखना होगा कि सरकार परिस्थितियों को देखते हुए किसानों की मांगों को पूरा करती है कि नहीं।
Conclusion:बाइट - चंद्र मौली गंधर्व केंद्र प्रभारी लवन ( सिर में टोपी लागये जैकेट पहने )


बाइट - पंकज अग्रवाल किसान ( स्वेटर पहने
Last Updated : Feb 8, 2020, 3:06 PM IST
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