ETV Bharat / state

बलौदा बाजार का एक ऐसा गांव, जहां कोरोना की दो लहर के बाद भी नहीं हुआ कोई संक्रमित

कोरोना महामारी जिससे भारत ही नहीं बल्कि पूरा विश्व अबतक लड़ रहा है. लाखों की तादात में लोगों की जानें गई और अभी भी कोरोना संक्रमण का खतरा पूरी दुनिया में छाया हुआ है. एक ओर जहां कोरोना से निपटने शासन-प्रशासन जद्दोजहद में जुटी हुई है. वहीं जिले के एक छोटा सा गांव मोहान गांव (mohaan village) के लोग सूझबूझ और समझदारी से कोरोना को मात दी है. एक हजार की आबादी वाले इस गांव में कोरोना की दो लहर आने के बाद भी कोई संक्रमित नहीं हुआ है. पूरा गांव जिला प्रशासन के बताए गए कोविड नियम का पालन तो कर ही रहा है, उन्होंने भी अलग से नियम बनाएं हैं. जिसके चलते अभी तक गांव का कोई भी व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव नहीं हुआ है और न ही किसी की जान गई है.

not-a-single-person-is-corona-positive-in-mohan-village-of-baloda-bazar
मोहन गांव
author img

By

Published : May 30, 2021, 1:00 PM IST

Updated : May 30, 2021, 4:54 PM IST

बलौदा बाजार: जिला मुख्यालय के अंतिम छोर पर बसा एक छोटा सा गांव मोहान (Village Mohaan) जिसने कोरोना से निपटने में एक मिसाल पेश किया है. इस गांव में कोरोना की दो लहर गुजर जाने पर भी कोई संक्रमित नहीं हुआ. गांव वालों का कहना है कि जिला प्रशासन (District administration baloda bazar) के आदेश का अच्छे से पालन किया जाता है. गांव में सभी मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग (Masks and social distancing) का पालन करते हैं. यहीं कारण है कि अबतक कोरोना इस गांव तक नहीं पहुंच पाया है. महानदी (mahanadi) के तट पर बसे एक गांव में कोरोना की जागरूकता (Corona awareness) को देखकर यही लगता है कि यहां के लोग अच्छे खासे पढ़े-लिखे होंगे, लेकिन हम आपको दे इस गांव में लोग ज्यादा पढ़े-लिखे नहीं हैं और न ही इस गांव का सरपंच पढ़ा-लिखा है. बावजूद इसके इस गांव के सभी लोग कोरोना के प्रति जागरूक हैं.

बलौदा बाजार का कोरोना फ्री गांव

कोरोना की दूसरी लहर में भी नहीं हुआ कोई संक्रमित

गांव के लोगों से जब ईवीवी भारत के संवाददाता ने बात किया तो उन्होंने बताया कि पिछले 2 लहर (Second wave of corona) में जब से कोरोना आया है, तब से लेकर अभी तक गांव में कोई भी संक्रमित नहीं हुआ है और न ही किसी की जान गई है. उन्होंने बताया कि गांव में सभी कोविड नियमों का बखूबी पालन करते हैं. गांव में लॉकडाउन का पालन भी कड़ाई किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि प्रशासन द्वारा जो आदेश और निर्देश दिए हैं, उससे ज्यादा कड़ा नियम हमारे गांव वालों ने बनाया है. गांव में किसी भी बाहरी व्यक्ति को आने-जाने की अनुमति नहीं है. अगर कोई बहुत जरूरी होने पर बाहर गया तो वह कुछ दिन क्वॉरेंटीन में रहता है.

बलौदा बाजार में कम हुई कोरोना संक्रमितों की संख्या

प्रशासन के नियमों के अलावा अलग से नियम

गांव के सरपंच ने बताया कि जब से कोरोना आया है तब से लेकर अभी तक कोई भी संक्रमण का केस इस गांव में नहीं आया है. गांव में शासन प्रशासन के दिए कोविड गाइडलाइंस के अलावा अलग से गाइडलाइन बनाया है, जिसमें किसी भी बाहरी व्यक्ति को गांव में आने-जाने की अनुमति नही है. गांव में किसी भी प्रकर के कार्यक्रम जैसे शादी, अंत्येष्टि, दशगात्र में 5 लोगों से ज्यादा को शामिल होने की अनुमति नहीं है. हालांकि प्रशासन ने 10 लोगों की अनुमति दी है, लेकिन मोहान गांव में केवल 5 लोगों को ही अनुमति है. गांव में सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क और सैनिटाइजर का इस्तेमाल लगातार हो रहा है.

31 मई वर्चुअल योगाभ्यास का किया जाएगा आयोजन, सीएम बघेल करेंगे शुभारंभ

जिले में सबसे ज्यादा ग्रामीण क्षेत्रों में है कोरोना का संक्रमण

बलौदा बाजार जिले के ज्यादातर गांव में कोरोना की स्थिति बहुत भयानक है. जिले में कुल कोरोना संक्रमितों की संख्या का 90% मरीज ग्रामीण क्षेत्रों से ही हैं, लेकिन जिले के अंतिम छोर पर बसा मोहन गांव कोरोना संक्रमण से कही दूर है. निश्चित ही यह गांव अपने आप में एक मिसाल है. इससे हर गांव को सीखना चाहिए. कोरोना से निपटने के लिए सख्ती से लॉकडाउन और कोविड गाइडलाइन का पालन करना बेहद जरूरी है. यह इस गांव ने साबित करके दिखाया है.

बलौदा बाजार: जिला मुख्यालय के अंतिम छोर पर बसा एक छोटा सा गांव मोहान (Village Mohaan) जिसने कोरोना से निपटने में एक मिसाल पेश किया है. इस गांव में कोरोना की दो लहर गुजर जाने पर भी कोई संक्रमित नहीं हुआ. गांव वालों का कहना है कि जिला प्रशासन (District administration baloda bazar) के आदेश का अच्छे से पालन किया जाता है. गांव में सभी मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग (Masks and social distancing) का पालन करते हैं. यहीं कारण है कि अबतक कोरोना इस गांव तक नहीं पहुंच पाया है. महानदी (mahanadi) के तट पर बसे एक गांव में कोरोना की जागरूकता (Corona awareness) को देखकर यही लगता है कि यहां के लोग अच्छे खासे पढ़े-लिखे होंगे, लेकिन हम आपको दे इस गांव में लोग ज्यादा पढ़े-लिखे नहीं हैं और न ही इस गांव का सरपंच पढ़ा-लिखा है. बावजूद इसके इस गांव के सभी लोग कोरोना के प्रति जागरूक हैं.

बलौदा बाजार का कोरोना फ्री गांव

कोरोना की दूसरी लहर में भी नहीं हुआ कोई संक्रमित

गांव के लोगों से जब ईवीवी भारत के संवाददाता ने बात किया तो उन्होंने बताया कि पिछले 2 लहर (Second wave of corona) में जब से कोरोना आया है, तब से लेकर अभी तक गांव में कोई भी संक्रमित नहीं हुआ है और न ही किसी की जान गई है. उन्होंने बताया कि गांव में सभी कोविड नियमों का बखूबी पालन करते हैं. गांव में लॉकडाउन का पालन भी कड़ाई किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि प्रशासन द्वारा जो आदेश और निर्देश दिए हैं, उससे ज्यादा कड़ा नियम हमारे गांव वालों ने बनाया है. गांव में किसी भी बाहरी व्यक्ति को आने-जाने की अनुमति नहीं है. अगर कोई बहुत जरूरी होने पर बाहर गया तो वह कुछ दिन क्वॉरेंटीन में रहता है.

बलौदा बाजार में कम हुई कोरोना संक्रमितों की संख्या

प्रशासन के नियमों के अलावा अलग से नियम

गांव के सरपंच ने बताया कि जब से कोरोना आया है तब से लेकर अभी तक कोई भी संक्रमण का केस इस गांव में नहीं आया है. गांव में शासन प्रशासन के दिए कोविड गाइडलाइंस के अलावा अलग से गाइडलाइन बनाया है, जिसमें किसी भी बाहरी व्यक्ति को गांव में आने-जाने की अनुमति नही है. गांव में किसी भी प्रकर के कार्यक्रम जैसे शादी, अंत्येष्टि, दशगात्र में 5 लोगों से ज्यादा को शामिल होने की अनुमति नहीं है. हालांकि प्रशासन ने 10 लोगों की अनुमति दी है, लेकिन मोहान गांव में केवल 5 लोगों को ही अनुमति है. गांव में सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क और सैनिटाइजर का इस्तेमाल लगातार हो रहा है.

31 मई वर्चुअल योगाभ्यास का किया जाएगा आयोजन, सीएम बघेल करेंगे शुभारंभ

जिले में सबसे ज्यादा ग्रामीण क्षेत्रों में है कोरोना का संक्रमण

बलौदा बाजार जिले के ज्यादातर गांव में कोरोना की स्थिति बहुत भयानक है. जिले में कुल कोरोना संक्रमितों की संख्या का 90% मरीज ग्रामीण क्षेत्रों से ही हैं, लेकिन जिले के अंतिम छोर पर बसा मोहन गांव कोरोना संक्रमण से कही दूर है. निश्चित ही यह गांव अपने आप में एक मिसाल है. इससे हर गांव को सीखना चाहिए. कोरोना से निपटने के लिए सख्ती से लॉकडाउन और कोविड गाइडलाइन का पालन करना बेहद जरूरी है. यह इस गांव ने साबित करके दिखाया है.

Last Updated : May 30, 2021, 4:54 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.