बलौदाबाजार: रायपुर संभाग आयुक्त जीआर चुरेंद्र मंगलवार को बलौदाबाजार पहुंचे. यहां उन्होंने कोरोना वायरस के रोकथाम, नियंत्रण और इसके संक्रमण से बचाव के उपायों की समीक्षा की. उन्होंने जिला कार्यालय में वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से जिले के भाटापारा, कसडोल, सिमगा, बिलाईगढ़ और पलारी के SDO सहित जनपद पंचायत के अधिकारियों, पुलिस प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की संयुक्त बैठक लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए.
इसके अलावा संभाग आयुक्त ने मनरेगा के कार्यों, खाद-बीज के अग्रिम उठाव और भंडारण, पौधरोपण के साथ ही राजस्व विभाग के काम-काज की विस्तृत समीक्षा की. वीडियों कॉन्फ्रेंसिंग में अपर कलेक्टर जोगेन्द्र नायक, जिला पंचायत सीईओ डॉक्टर फरिहा आलम सिद्दीकी, सहायक कलेक्टर नम्रता जैन, अतिरिक्त जिला पंचायत सीईओ हरिशंकर चौहान भी उपस्थित थे.
लक्षण मिलने पर लिया जाए कोरोना सैंपल
संभाग आयुक्त ने कहा कि कोरोना वायरस वैश्विक माहमारी है. इस संकट के दौर में प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के विशेष प्रयासों से राज्य के लाखों प्रवासी श्रमिक की सकुशल वापसी संभव हो सकी है. उन्होंने कहा कि सभी श्रमिकों को क्वॉरेंटाइन पर ही रखा जाए. श्रमिकों का स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाए. सर्दी, खांसी और बुखार वाले व्यक्तियों की अलग से स्क्रीनिंग की जाए और अनिवार्य रूप से ऐसे लोगों का सैंपल लेकर कोरोना जांच के लिए भेजा जाए.
रिपोर्ट आने तक क्वॉरेंटाइन सेंटरों में रहेंगे लोग
आयुक्त ने निर्देश दिया कि जब तक संबंधित क्वॉरेंटाइन सेंटरों से भेजे गए सैंपलो की रिपोर्ट नहीं आ जाती, तब तक 14 दिनों की अवधि पूरा करने वाले लोगों को भी क्वॉरेंटाइन सेंटर में ही रखा जाए. प्रवासी श्रमिकों को किसी भी प्रकार की अनावश्यक परेशानी ना हो इसका विशेष ख्याल रखा जाए. साथ ही उनकी विशेष निगरानी भी रखी जाए. क्वॉरेंटाइन सेंटरों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराना सुनिश्चित किया जाए.
मनरेगा से मजबूत हुई ग्रामीण अर्थव्यवस्था
आयुक्त चुरेंद्र ने जिले में चल रहे महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गांरटी कार्यक्रम की तारीफ की. साथ ही मनरेगा के अंतर्गत चल रहे कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि कोरोना संकट के दौर में ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत और पुर्नजीवित करने में मनरेगा योजना संजीवनी साबित हुई. उन्होंने इस योजना के तहत ग्राम सभा के अनुमोदन से ज्यादा से ज्यादा रोजगार मूलक कार्यों की स्वीकृति और ग्रामीण स्तर पर रोजगार उपलब्ध कराने के निर्देश दिए. आने वाले बरसात में जिले में होने वाले वृहद पौधरोपण के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए.
खाली जगहों पर पौधरोपण
उन्होंने कहा कि जिले में मनरेगा के तहत जितने भी नए निर्माण किए हैं, जिसमें तालाब निर्माण, डबरी निर्माण और गहरी करण, मिट्टी-मुरूम सड़क कार्य शामिल हैं. ऐसी जगहों पर जहां पौधरोपण किया जा सकता है, जिसे जल्द से जल्द कराएं. उन्होंने जिले के सभी आश्रम-छात्रावास, स्कूल और अन्य शाासकीय भवनों के आसपस खाली भूखंडों, गौठानों, चारागाह के आसपास भी पौधारोपण कराने के निर्देश दिए हैं.
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संभाग आयुक्त ने राजस्व विभाग के काम की समीक्षा करते हुए सभी अनुविभागीय अधिकारियों को नियमित रूप से फिल्ड भ्रमण करने के निर्देश दिए. उन्होंने राजस्व से संबंधित लंबित प्रकरणों का भी निराकरण करने के निर्देश दिए. राजस्व अधिकारियों को भूमि सीमांकन सहित अन्य कार्यों को समय पर करने के भी निर्देश दिए. पंचायत स्तर पर सार्वजनिक उपयोग के स्थलों पर जहां स्थानीय व्यक्तियों ने अतिक्रमण किया है, वहां विशेष अभियान चलाकर अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए गए. इसके साथ ही आयुक्त ने अनुविभाग स्तर पर सप्ताहिक समीक्षा बैठक कर राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं, हिताग्रही मूलक योजाओं की समीक्षा करने और पात्र व्यक्तियों तक योजना का लाभ दिलाने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए.