बलौदा बाजार: सतगुरु कबीर संत समागम समारोह दामाखेड़ा में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शिरकत की. इस दौरान उन्होंने करोड़ों की सौगात यहां के लोगों को दिया. हर साल माघ पूर्णिमा में विश्वप्रसिद्ध मेला के साथ संत समागम का आयोजन होता है. इस मौके पर लाखों की तादाद में कबीर अनुयायी उपस्थित होते हैं. दामाखेड़ा में धर्मस्व एवं गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू, विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत, भाटापारा विधायक शिवरतन शर्मा एवं गुरु प्रकाश मुनिनाम साहेब भी मौजूद थे.
सीएम ने दी सौगात
इस मौके पर 22 करोड़ 43 लाख रूपये से बनने वाले कबीर सागर के उन्नयन एवं सौंदर्यीकरण कार्य का मुख्यमंत्री ने भूमि पूजन किया. साथ ही उन्होंने मेले के विस्तार एवं स्वरूप को देखते हुए मेले की व्यवस्था राशि को 27 लाख से बढ़ाकर 50 लाख करने की घोषणा की. यहां आने वाले पर्यटक पूरे छत्तीसगढ़ के मेहमान है. उनकी सुविधाओं के लिए एक नये अतिथि गृह एवं धर्मशाला की सौगात सीएम ने दी. इसके अलावा बजट में पहले से निर्धारित 75 करोड़ की लागत से नल-जल योजना के तहत शिवनाथ नदी से कनेक्टिविटी को शीघ्र पूरा करने का आश्वासन दिया. जिससे दामाखेड़ा के आसपास लगभग 50 गावों को फायदा मिलेगा. समारोह में मुख्यमंत्री ने पंथश्री हुजूर प्रकाश मुनि नाम साहेब का स्वागत करते हुए, उनसे छत्तीसगढ़ की तरक्की और खुशहाली के लिए आशीर्वाद लिया.
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छत्तीसगढ़ पूरे देश में शांति का टापू बना
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि कबीरपंथ का छत्तीसगढ़ के जनजीवन में व्यापक प्रभाव है. इसलिए यहां के लोग शांतिप्रिय हैं और छत्तीसगढ़ पूरे देश में शांति का टापू बना हुआ है. हमारी सरकार कबीर के बताए रास्ते पर चल रही है. दामाखेड़ा के सर्वांगीण विकास के लिए बजट की कोई कमी नहीं होगी. उन्होंने आगे कहा कि धर्मनगर दामाखेड़ा कबीरपंथियों की आस्था का एक प्रमुख केन्द्र है. राज्य सरकार यहां के प्राचीन तालाब सहित संपूर्ण दामाखेड़ा के विकास के लिए वचनबद्ध है. ताकि यहां दर्शन के लिए आने वाले देश-विदेश के श्रद्धालु दामाखेड़ा की मधुर स्मृति लेकर वापस लौटेंगे.