बलौदा बाजार: भाटापारा के सिमगा में आयोजित बाबा गुरु घासीदास जयंती समारोह में शामिल होने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री पहुंचे थे. मुख्यमंत्री ने बाबा गुरु घासीदास के चित्र पर माल्यार्पण कर जैतखाम की पूजा अर्चना की. मुख्यमंत्री ने मौके पर प्रदेशवासियों की खुशहाली और समृद्धि की कामना की है.
भाटापारा पहुंचे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कई एलान भी किए हैं. सीएम ने राज राजेश्वरी करूणा माता के नाम से सिमगा बस स्टैण्ड का नाम करने की घोषणा की है. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के साथ छत्तीसगढ़ के लोक स्वास्थ्य एवं यांत्रिकी मंत्री गुरु रूद्रकुमार, नगरीय प्रशासन मंत्री शिव कुमार डहरिया, खनिज विकास निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन, कृषक कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष सुरेन्द्र शर्मा और संसदीय सचिव शकुंतला साहू भी उपस्थित रहीं.
'मनखे-मनखे एक समान' को करें आत्मसात
मुख्यमंत्री बघेल ने जयंती समारोह में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि बाबा गुरु घासीदास के कहे गए आदर्श वाक्य 'मनखे-मनखे एक समान' को आत्मसात करने से ही मानव जीवन का कल्याण हो सकता है. उन्होंने कहा कि सभी मानवों को एक समान मानते हुए प्रदेश सरकार बिना भेदभाव के सभी के हित में काम कर रही है. बाबा जी के आदर्शों और नैतिकता के रास्ते पर चलते हुए प्रदेश सरकार ने 2 वर्ष पूरे कर लिए हैं. उन्होंने कहा कि सभी वर्गों के हितों को ध्यान में रखकर राज्य सरकार योजना बना रही है.
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गुरु घासीदास ने सामाजिक एकता का संदेश दिया
मुख्यमंत्री ने सिमगा में सभा को संबोधित करते हुए सभी वर्गों के लोगों को राज्य और देश के विकास में भागीदार बनने की अपील भी की है. मुख्यमंत्री ने अपार जनसमुदाय और बाबा गुरु घासीदास जी के अनुयायियों को संबोधित करते हुए कहा कि गुरु घासीदास ने सामाजिक एकता का संदेश दिया है. आपसी भाईचारा और शांति के पथ पर चलने के लिए प्रेरित किया है. उन्होंने 'मनखे-मनखे एक समान' का संदेश देकर समाज की एकता के लिए मार्ग प्रशस्त किया है.
गौमाता की सेवा करने वाला छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि किसानों को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने के लिए राज्य सरकार ने राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत प्रति एकड़ दस हजार रुपये देना प्रारंभ किया है. जिसकी तीन किस्तें किसानों को मिलने से प्रदेश के किसानों में खुश है. चौथी किस्त का भुगतान मार्च के महीने में किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि गौमाता की सेवा के लिए छत्तीसगढ़ में कई योजनाएं बनाई है. विगत दो वर्षों में गांव में गौठान बनाकर गोबर को दो रुपये में खरीदने के लिए गोधन न्याय योजना बनाकर गौमाता की सेवा करने वाला छत्तीसगढ़ देश का पहला बना राज्य है. सरकार अब तक गौपालकों से गोबर खरीद कर 64 करोड़ रुपये का भुगतान कर चुकी है. इससे गाय पालने वाले किसानों में उत्साह है. मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान फसल काटने के बाद पैरा को गौमाता की सेवा के लिए गौठान में पैरा दान कर सकते हैं. खेत में पैरा जलाने से भूमि की उर्वरा शक्ति नष्ट हो जाती है और पर्यावरण को भी नुकसान होता है.
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ब्लॉक स्तर पर बनाए जाएंगे डायग्नोस्टिक सेंटर
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए एवं महिला स्व-सहायता समूह के माध्यम से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार ने 7 हजार से अधिक गौठान स्वीकृत किए है. उन्होंने बताया कि राज्य में 4 हजार से अधिक गौठान क्रियाशील है. जिनमें महिला समूहों द्वारा विभिन्न प्रकार के आजीविका गतिविधियां संचालित की जा रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि अनुसूचित जाति जनजाति के उत्थान के लिए अनेक कदम उठाए गए हैं. बाबा गुरु घासीदास के विचार को जन-जन तक पहुंचाने और संस्कृति को सहेजने के लिए नया रायपुर में गुरु घासीदास संग्रहालय और शोधपीठ की स्थापना भी की जाएगी. बघेल ने बताया कि स्वास्थ्य सुविधा को बेहतर बनाने के लिए मिनीमाता के नाम पर ब्लॉक स्तर पर डायग्नोस्टिक सेंटर बनाए जाएंगे. सेंटर में खून, पेशाब जांच, एक्स-रे से लेकर स्वास्थ्य संबंधी अनेकों जांच की सुविधाएं किफायती दर पर उपलब्ध रहेगी.
36 में से 24 वादे 2 साल में पूरे
कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री डॉ शिव डहरिया ने कहा कि समाज में अन्याय एवं अत्याचार से लड़ने का एकमात्र रास्ता सत्य एवं अहिंसा है. इसी रास्ते पर चलने का रास्ता बाबा जी ने दिखाया है. उन्होंने कहा कि गांधी को छत्तीसगढ़ प्रवास के दौरान जब बाबा जी के बारे में जानकारी मिली तो वे बलौदाबाजार तक आए. उन्होंने बाबा जी के सत्य के संदेश को कांग्रेस के मुंबई अधिवेशन में सुनाया. डहरिया ने कहा कि बाबा के संदेशों का सार हमारे संविधान में उल्लिखित है. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने चुनावी घोषणा के 36 बिन्दुओं में से 24 को पूरा कर लिया है.
2023 तक हर घर पहुंचेगा नल-जल
कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री एवं सतनामी समाज के गुरु रूद्रकुमार ने भी लोगों को संबोधित किया. उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि बाबा जी ने कहा है कि हम ऐसे काम करें कि जिससे दूसरों को कष्ट न हो. जैतखाम के सफेद पालों की तरह हमें अपने शरीर और आत्मा को शुद्ध रखने चाहिए. रूद्र गुरु ने कहा कि कोरोना संकट के बावजूद छत्तीसगढ़ में जनहित के कामों की गति धीमी नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि वर्ष 2023 तक राज्य के प्रत्येक गांव के प्रत्येक घर में नल के जरिये पानी पहुंचा कर दिया जाएगा. इसकी कार्य-योजना तैयार हो चुकी है. समारोह को कृषक कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष सुरेन्द्र शर्मा और जिला पंचायत उपाध्यक्ष सरिता ठाकुर ने भी संबोधित किया.