बलौदाबाजार : हाल ही में छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने शिक्षित बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता देने का ऐलान किया है. जिसके बाद लगभग हर जिले में बेरोजगारों की भीड़ जिला रोजगार पंजीयन कार्यालय में लगने लगी. इस दौरान रोजगार कार्यालय में हजारों की संख्या में बेरोजगार पहुंचे. लेकिन बलौदाबाजार भाटापारा में बेरोजगारों को पंजीयन कराने के लिए जंग लड़नी पड़ रही है. बीते दिनों पूरे एक दिन में महज 2 लोगों का पंजीयन हो पाया. जो ये दर्शाता है कि सिस्टम किस गति से काम कर रहा है.
नहीं हैं इंतजाम : जिला रोजगार पंजीयन कार्यालय में बैठने की व्यवस्था नहीं है. परिसर में भीड़ बढ़ने पर छात्र छात्राएं कुएं की बाउंड्री पर बैठते हैं. जिससे किसी के भी कुएं में गिरने का खतरा मंडराने लगता है. ना तो परिसर में पीने के पानी का इंतजाम है और ना ही किसी ने इसमें रुचि दिखाई. स्वच्छता अभियान की दुहाई देने वालों को पंजीयन दफ्तर आकर शर्मिंदा होना पड़ता है. क्योंकि परिसर में छात्रों के लिए शौचालय भी नहीं है.
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अफसर के पास रटा रटाया जवाब : इस मामले में अफसर तो कुछ नहीं बोले, लेकिन कर्मचारियों का कहना है कि सारी व्यवस्थाओं के लिए नगरपालिका को पत्र लिखा जा चुका है.लेकिन किसी भी तरह की व्यवस्था नहीं की गई है.लेकिन सवाल ये है कि यदि व्यवस्था नहीं है तो फिर हजारों की तादाद में आ रहे बेरोजगारों का इसमें क्या दोष. वहीं कछुआ गति से चल रहे पंजीयन के काम का जिम्मेदार कौन है. क्योंकि कई लोग इतनी दूर से आते हैं कि वापस जाकर दूसरे दिन आना मुमकिन नहीं. ऐसे में रोजगार पंजीयन दफ्तर बेरोजगारों को चिढ़ाता हुआ दिखाई दे रहा है.