ETV Bharat / state

बलौदाबाजार : नेपाल भागने की फिराक में थी आरोपी नर्स डागेश्वरी - Baloda bazar Police arrested accused nurse dageshwari

नसबंदी के बाद महिला की मौत के मामले में आरोपी नर्स को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी नर्स डागेश्वरी नेपाल भागने की फिराक में थी, लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने आरोपी नर्स को धरदबोचा.

नेपाल भागने की फिराक में थी आरोपी नर्स डागेश्वरी
author img

By

Published : Jun 4, 2019, 9:23 PM IST

बलौदाबाजार : घर पर अवैध रूप से अस्पताल चलाने वाली और नसबंदी के बाद महिला की मौत के मामले में आरोपी नर्स को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी नर्स डागेश्वरी नेपाल भागने की फिराक में थी, लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने आरोपी नर्स को धरदबोचा.

नेपाल भागने की फिराक में थी आरोपी नर्स डागेश्वरी

पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि, 'आरोपी नर्स रायपुर से छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस के जरिए भागने होने की फिराक में थी. उसे पकड़ने के 2 टीम बनाई गई थी. एक टीम सीसीटीवी फुटेज और सायबर सेल का काम कर रही थी, वहीं दूसरी टीम को बाय रोड नागपुर भेजा गया, लेकिन नर्स भागने में कामयाब रही. बाद में नर्स की लोकेशन फरीदाबाद में मिली, जहां से पुलिस ने आरोपी नर्स को गिरफ्तार कर लिया.

नेपाल भागने की थी योजना
पुलिस पूछताछ में आरोपी नर्स ने बताया कि, 'वो एक-दो दिन रुकने के बाद पीलीभीत होते हुए नेपाल भागने वाली थी साथ ही उसने अग्रिम जमानत के लिए भी याचिका तैयार कर रखी थी.

'मैंने नहीं किया ऑपरेशन'
मीडिया के सामने आरोपी नर्स ने बताया कि, 'वो कोई अस्पताल नहीं चलाती है. नसबंदी का ऑपरेशन पूर्व सीएमएचओ डॉ प्रमोद तिवारी ने किया है. इस मामले में पूर्व सीएमएचओ डॉ प्रमोद तिवारी अभी फरार चल रहे हैं. पुलिस ने बताया कि आरोपी को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा.

'आरोपी नर्स पर दर्ज हैं कई मामले'
एडिशनल एसपी जेआर ठाकुर ने बताया कि ये मामला बड़ा था और नर्स को गिरफ्तार करना जरूरी था. दिल्ली और फरीदाबाद जैसी जगह जाकर आरोपी को पकड़कर लाना चैलेंजिंग था. इसे हमनें स्वीकार किया और आरोपी को पकड़ने में कामयाब रहे. उन्होंने बताया कि पूर्व में भी नर्स के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं.

डागेश्वरी पर दर्ज हैं ये मामले

  • साल 2008 में अपराध क्रमाक 132/08 धारा 420, 116 ,307, 34
  • साल 2017 में अपराध क्रमाक 61/17 धारा 294, 506,323
  • साल 2018 में अपराध क्रमांक 108/18 धारा 420
  • साल 2018 अपराध क्रमाक 109/18 धारा 420

दरअसल, 20 मई से 24 मई के बीच आरोपी डागेश्वरी के निजी निवास पर डॉक्टर प्रमोद तिवारी की मदद से पूर्णिमा पाल की नसबंदी की गई थी, जिसके बाद उसकी मौत हो गई. इसके बाद से ही आरोपी नर्स और डॉक्टर फरार चल रहे थे. मामले की गंभीरता को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन ने नर्स के घर छापामार कार्रवाई की थी.

बलौदाबाजार : घर पर अवैध रूप से अस्पताल चलाने वाली और नसबंदी के बाद महिला की मौत के मामले में आरोपी नर्स को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी नर्स डागेश्वरी नेपाल भागने की फिराक में थी, लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने आरोपी नर्स को धरदबोचा.

नेपाल भागने की फिराक में थी आरोपी नर्स डागेश्वरी

पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि, 'आरोपी नर्स रायपुर से छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस के जरिए भागने होने की फिराक में थी. उसे पकड़ने के 2 टीम बनाई गई थी. एक टीम सीसीटीवी फुटेज और सायबर सेल का काम कर रही थी, वहीं दूसरी टीम को बाय रोड नागपुर भेजा गया, लेकिन नर्स भागने में कामयाब रही. बाद में नर्स की लोकेशन फरीदाबाद में मिली, जहां से पुलिस ने आरोपी नर्स को गिरफ्तार कर लिया.

नेपाल भागने की थी योजना
पुलिस पूछताछ में आरोपी नर्स ने बताया कि, 'वो एक-दो दिन रुकने के बाद पीलीभीत होते हुए नेपाल भागने वाली थी साथ ही उसने अग्रिम जमानत के लिए भी याचिका तैयार कर रखी थी.

'मैंने नहीं किया ऑपरेशन'
मीडिया के सामने आरोपी नर्स ने बताया कि, 'वो कोई अस्पताल नहीं चलाती है. नसबंदी का ऑपरेशन पूर्व सीएमएचओ डॉ प्रमोद तिवारी ने किया है. इस मामले में पूर्व सीएमएचओ डॉ प्रमोद तिवारी अभी फरार चल रहे हैं. पुलिस ने बताया कि आरोपी को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा.

'आरोपी नर्स पर दर्ज हैं कई मामले'
एडिशनल एसपी जेआर ठाकुर ने बताया कि ये मामला बड़ा था और नर्स को गिरफ्तार करना जरूरी था. दिल्ली और फरीदाबाद जैसी जगह जाकर आरोपी को पकड़कर लाना चैलेंजिंग था. इसे हमनें स्वीकार किया और आरोपी को पकड़ने में कामयाब रहे. उन्होंने बताया कि पूर्व में भी नर्स के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं.

डागेश्वरी पर दर्ज हैं ये मामले

  • साल 2008 में अपराध क्रमाक 132/08 धारा 420, 116 ,307, 34
  • साल 2017 में अपराध क्रमाक 61/17 धारा 294, 506,323
  • साल 2018 में अपराध क्रमांक 108/18 धारा 420
  • साल 2018 अपराध क्रमाक 109/18 धारा 420

दरअसल, 20 मई से 24 मई के बीच आरोपी डागेश्वरी के निजी निवास पर डॉक्टर प्रमोद तिवारी की मदद से पूर्णिमा पाल की नसबंदी की गई थी, जिसके बाद उसकी मौत हो गई. इसके बाद से ही आरोपी नर्स और डॉक्टर फरार चल रहे थे. मामले की गंभीरता को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन ने नर्स के घर छापामार कार्रवाई की थी.

Intro:नसबंदी मामले में महिला की मौत को लेकर पुलिस ने आरोपी डागेश्वरी यादव फरीदाबाद से गिरफ्तार किया है वहीं पुलिस ने मामले में खुलासा करते हुए बताया 20 मई से 24 मई के बीच आरोपि डागेश्वरी के निजी निवास डॉ प्रमोद तिवारी और नर्स
डागेश्वरी द्वार पूर्णिमा पाल की नसबंदी की गई थी जिसके बाद उसकी मौत हो गई।। वहीं 22 मई को पूर्णिमा की तबीयत खराब हो गई थी जिसके बाद उसे पुनः नर्स के निजी निवास ले जाया गया जहां पर उसके उपचार में एक बोतल को खून और 3 बोतल ग्लूकोस दिया गया था मैं इसलिए ठीक नहीं होने के कारण उसे बलौदा बाजार के डॉ प्रमोद तिवारी के चन्दा देवीअस्पताल ले जाया गया । वही तबीयत ठीक नहीं होने के कारण उसे रायपुर रिफर किया गया जहां आरोग्य चिकित्सालय रायपुर में पीड़िता की मौत हो गई।। तभी से आरोपी नर्स और डॉक्टर फरार चल रहे थे।।



वहीं मामले को गंभीरता से लेकर स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन की ओर से नर्स के घर छापा मार कार्रवाई की गई थी जिसके बाद उसके घर को सील कर दिया गया था।।विभाग द्वारा उसे निलबिंत भी किया गया है।।

पुलिस ने खुलासा करते हुए बताया कि आरोपी नर्स रायपुर से छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस से फरार हो रही थी वही उसे पकड़ने के 2 टीम बनाई गई एक टीम सीसीटीवी फुटेज आवर सायरब सेल का काम।कर रही थी वही दूसरी टीम को बाय रोड नागपूर के लिए भेजा गया।।। लेकिन नर्स भागने में कामयाब रही।।
बाद में नर्स की लोकेशन फरीदाबाद मिली जहा पुलिस टीम ने जाकर महिला को फरीदाबाद से गिरफ़्तरा किया।।
पुलिस को महिला ने बताया कि एक-दो दिन रुकने के बाद पीलीभीत होते हुए नेपाल भागने की फिराक में थी ।।
साथ ही उसने अग्रिम जमानत के लिए भी अपील कर रखा था।।
जिसे टीम ने अपनी सूझबूझ गिरफ्तार करने में कामयाब रहीं। वहीं एडिशनल एसपी जे आर ठाकुर ने बताया कि यह मामला बड़ा था और नर्स को गिरफ्तार करना भी जरूरी था इसलिए दिल्ली और फरीदाबाद जैसे जगह जाकर आरोपी को पकड़कर लाना चैलेजिंग था जिसे हमने स्वीकार किया और आरोपी को पकड़ने में कामयाब रहे।।
आरोपी को पकड़ने में भूमिका प्रधान आरक्षक नीरज दुबे ,आरक्षक मुकेश तिवारी, महिला आरक्षक छाया धुर्व की रही। साथ ही सायबर सेल से कुमार जयसवाल, नेहा तिवारी , ओकर राजपूत की रही।।


Body:पूर्व में भी नर्स के खिलाफ अपराधिक रिकॉर्ड दर्ज है

पुलिस ने बताया कि नर्स डागेश्वरी यादव के खिलाफ
420 के मामले के साथ अन्य मामले दर्ज है।।


वर्ष 2008 में अपराध क्रमाक 132/08 धारा 420, 116 ,307, 34

वर्ष 2017 में अपराध क्रमाक 61/17 धारा 294, 506,323

वर्ष 2018 में अपराध क्रमांक 108/18 धारा 420
वर्ष 2018 अपराध क्रमाक 109/18 धारा 420

भारतीय दंड विधान के तहत अपराध पंजीकृत है।


मीडिया के सामने आरोपी नर्स ने बताया कि वह कोई अस्प्ताल नही चलाती। वहीं उनसे नसबन्दी के का ऑपरेशन पूर्व सीएमएचओ डॉ प्रमोद तिवारी ने किया है।। वही उसने बताया के वह डॉक्टर को 20 सालो से जानती है।।

पूर्व सीएमएचओ फरार

नसबंदी करने के मामले में पूर्व सीएमएचओ डॉ प्रमोद तिवारी अभी फरार चल रहे हैं पुलिस ने बताया कि उनहे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।।


Conclusion:बाईट

1.एडिशनल एसपी

जे आर ठाकुर


2. डागेश्वरी यादव
आरोपी
सरकारी नर्स
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.