बलौदाबाजार: बिलाईगढ़ ब्लॉक के पवनी गांव में स्थित छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक में बैंक मैनेजर की लापरवाही की सजा एक गरीब किसान को भुगतनी पड़ रही है. गरीब किसान अपने मेहनत की कमाई के पैसे के लिए बैंक के सामने 14 दिन से आमरण अनशन पर बैठा हुआ है, लेकिन कोई भी जिम्मेदार अधिकारी इस गरीब की ओर झांकने तक नहीं आया. अधिकारियों ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है.
इंसान मेहनत करता है और अपनी कमाई की पाई-पाई बैंक में जमा करता है, ताकि आने वाले भविष्य में उसे जीवन यापन करने के लिए कोई समस्या न हो. अपनी जमा पूंजी को सुरक्षित रखने के लिए बैंक को सुरक्षित जगह समझ कर जमा करता है, लेकिन बैंक से आपका पैसा कोई और निकाल ले तो क्या होगा.?
किसान के खाते से 85 हजार रुपये निकल लिए गए
मामला बिलाईगढ़ के पवनी गांव का है. जहां संतराम केवट मेहनत करके अपनी जमा पूंजी को छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक शाखा पवनी में जमा करता रहा, लेकिन उसे क्या पता कि उसकी जमा पूंजी पर कोई और हाथ साफ कर रहा है. मामले की जानकारी तब हुई, जब किसान संतराम केवट अपना पैसा निकालने बैंक पहुंचा, तो पता चला कि उसके खाते से 85 हजार रुपये निकल गए हैं. शेष 2 हजार रुपये उसके खाते में हैं.
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बैंक ने अपनी गलती मानने से किया इंकार
मामले की जानकारी किसान संतराम को हुई, तो उसके होश उड़ गए. उसकी शिकायत बैंक में की, तो बैंक अधिकारी ने कहा कि किसी दूसरे का आधार आपके खाते में लिंक हो गया है, जो आपके खाते से पैसा निकाल रहा है. अब सोचने वाली बात ये है कि आधार लिंक संतराम के खाते में किसी दूसरे का कैसे हुआ और गलती किसकी है. बैंक तो अपनी गलती मानने से इनकार कर दिया है.
एक साल से दर-दर की ठोकरें खा रहा किसान
बता दें कि 1 साल गुजर जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है. किसान संतराम बैंक के चक्कर लगा लगाकर परेशान हो गया है. बिलाईगढ़ थाने में भी इसकी शिकायत पीड़ित ने की है, लेकिन पुलिस आज तक आधार नंबर की जानकारी होते हुए भी आरोपी तक नहीं पहुंच पाई, जिससे परेशान होकर पीड़ित संतराम केवट 14 दिन से बैंक के सामने आमरण अनशन कर रहा है. बावजूद इसके किसी भी जिम्मेदार अधिकारी की आंख अभी तक नहीं खुली है. अब देखने वाली बात होगी कि इस गरीब किसान को कब तक न्याय मिल पाएगा.