बालोद: जिले के खनिज नगरी दल्लीराजहरा के तहसील कार्यालय के सामने लाल पानी से प्रभावित किसान आमरण अनशन पर बैठे गए है. यह किसान महामाया माइंस से निकलने वाले लाल पानी से प्रभावित हैं. इनके खेतों में लाल पानी वाला अल्पाइन्स पूरी तरह से आकर पट गया है. जिसके कारण इनका काम पूरी तरह प्रभावित हो चुका है. किसानों का आरोप है कि 'प्रशासन ने उन्हें भिलाई स्टील प्लांट में काम दिलाने की बात कही थी, लेकिन अब तक नहीं दिलाया है'.
लाल पानी से परेशान है किसान
किसानों का कहना है कि 'माइंस से निकलने वाले से उनकी खेती पूरी तरह बंजर हो चुकी है. उनके पास और कोई जरिया नहीं है. भिलाई स्टील प्लांट प्रबंधन और प्रशासन ने उन्हें काम पर रखने की बात कही थी. लेकिन आज तक सभी किसानों को काम पर नहीं रखा गया है. जिस कारण उन्हें यह रास्ता अपनाना पड़ रहा है.
किसानों को नौकरी दिलाने का किया गया था वादा
अनशन पर बैठे तुलसीराम बघेल ने बताया कि 'बीते साल के अंत तक सभी को काम पर रख लेने की बात कही गई थी. इसके लिए बैठक भी हुई थी. लेकिन आज तक काम पर नहीं रखा गया है. उन्होंने बताया कि 'उनके पास आय का कोई साधन नहीं है. जबकि प्रबंधन और प्रशासन इस मामले को एक-दूसरे पर डालती रहती है. वहीं निराकरण को लेकर किसी भी तरह का कोई विचार नहीं किया जा रहा है'.
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बता दें कि लाल पानी के कारण दर्जनों किसानों की जमीन पूरी तरह पट गयी है और यहां किसान पूरी तरह कृषि काम से वंचित हो गए है. वहीं प्रशासन की ओर से लाल पानी से प्रभावित किसानों को काम देने और लाल मिट्टी हटाने की बात कही जा रही थी. लेकिन अब तक इसका फायदा किसानों को नहीं मिल पाया है. जिस कारण ग्रामीण समय-समय पर आंदोलन करते रहते है. वहीं ग्रामीण इस बार आमरण अनशन पर बैठे हुए है'.