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नौकरी की मांग को लेकर आमरण अनशन पर बैठे ग्रामीण

बालोद के दल्लीराजहरा में माइंस से निकलने वाली लाल पानी से प्रभावित किसान तहसील कार्यालय के सामने आमरण अनशन पर बैठे गए है. साथ ही काम दिलाए जाने की मांग कर रहे हैं.

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Published : Jan 12, 2020, 7:27 AM IST

Villagers on fast unto death against the administration with slogans of Lal Salaam
प्रशासन के खिलाफ आमरण अनशन पर बैठे ग्रामीण

बालोद: जिले के खनिज नगरी दल्लीराजहरा के तहसील कार्यालय के सामने लाल पानी से प्रभावित किसान आमरण अनशन पर बैठे गए है. यह किसान महामाया माइंस से निकलने वाले लाल पानी से प्रभावित हैं. इनके खेतों में लाल पानी वाला अल्पाइन्स पूरी तरह से आकर पट गया है. जिसके कारण इनका काम पूरी तरह प्रभावित हो चुका है. किसानों का आरोप है कि 'प्रशासन ने उन्हें भिलाई स्टील प्लांट में काम दिलाने की बात कही थी, लेकिन अब तक नहीं दिलाया है'.

प्रशासन के खिलाफ आमरण अनशन पर बैठे ग्रामीण

लाल पानी से परेशान है किसान
किसानों का कहना है कि 'माइंस से निकलने वाले से उनकी खेती पूरी तरह बंजर हो चुकी है. उनके पास और कोई जरिया नहीं है. भिलाई स्टील प्लांट प्रबंधन और प्रशासन ने उन्हें काम पर रखने की बात कही थी. लेकिन आज तक सभी किसानों को काम पर नहीं रखा गया है. जिस कारण उन्हें यह रास्ता अपनाना पड़ रहा है.

किसानों को नौकरी दिलाने का किया गया था वादा
अनशन पर बैठे तुलसीराम बघेल ने बताया कि 'बीते साल के अंत तक सभी को काम पर रख लेने की बात कही गई थी. इसके लिए बैठक भी हुई थी. लेकिन आज तक काम पर नहीं रखा गया है. उन्होंने बताया कि 'उनके पास आय का कोई साधन नहीं है. जबकि प्रबंधन और प्रशासन इस मामले को एक-दूसरे पर डालती रहती है. वहीं निराकरण को लेकर किसी भी तरह का कोई विचार नहीं किया जा रहा है'.

पढ़े: जांजगीर-चांपा : व्यापारी को लूटने वाला आरोपी गिरफ्तार, एक अभी भी है फरार

बता दें कि लाल पानी के कारण दर्जनों किसानों की जमीन पूरी तरह पट गयी है और यहां किसान पूरी तरह कृषि काम से वंचित हो गए है. वहीं प्रशासन की ओर से लाल पानी से प्रभावित किसानों को काम देने और लाल मिट्टी हटाने की बात कही जा रही थी. लेकिन अब तक इसका फायदा किसानों को नहीं मिल पाया है. जिस कारण ग्रामीण समय-समय पर आंदोलन करते रहते है. वहीं ग्रामीण इस बार आमरण अनशन पर बैठे हुए है'.

बालोद: जिले के खनिज नगरी दल्लीराजहरा के तहसील कार्यालय के सामने लाल पानी से प्रभावित किसान आमरण अनशन पर बैठे गए है. यह किसान महामाया माइंस से निकलने वाले लाल पानी से प्रभावित हैं. इनके खेतों में लाल पानी वाला अल्पाइन्स पूरी तरह से आकर पट गया है. जिसके कारण इनका काम पूरी तरह प्रभावित हो चुका है. किसानों का आरोप है कि 'प्रशासन ने उन्हें भिलाई स्टील प्लांट में काम दिलाने की बात कही थी, लेकिन अब तक नहीं दिलाया है'.

प्रशासन के खिलाफ आमरण अनशन पर बैठे ग्रामीण

लाल पानी से परेशान है किसान
किसानों का कहना है कि 'माइंस से निकलने वाले से उनकी खेती पूरी तरह बंजर हो चुकी है. उनके पास और कोई जरिया नहीं है. भिलाई स्टील प्लांट प्रबंधन और प्रशासन ने उन्हें काम पर रखने की बात कही थी. लेकिन आज तक सभी किसानों को काम पर नहीं रखा गया है. जिस कारण उन्हें यह रास्ता अपनाना पड़ रहा है.

किसानों को नौकरी दिलाने का किया गया था वादा
अनशन पर बैठे तुलसीराम बघेल ने बताया कि 'बीते साल के अंत तक सभी को काम पर रख लेने की बात कही गई थी. इसके लिए बैठक भी हुई थी. लेकिन आज तक काम पर नहीं रखा गया है. उन्होंने बताया कि 'उनके पास आय का कोई साधन नहीं है. जबकि प्रबंधन और प्रशासन इस मामले को एक-दूसरे पर डालती रहती है. वहीं निराकरण को लेकर किसी भी तरह का कोई विचार नहीं किया जा रहा है'.

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बता दें कि लाल पानी के कारण दर्जनों किसानों की जमीन पूरी तरह पट गयी है और यहां किसान पूरी तरह कृषि काम से वंचित हो गए है. वहीं प्रशासन की ओर से लाल पानी से प्रभावित किसानों को काम देने और लाल मिट्टी हटाने की बात कही जा रही थी. लेकिन अब तक इसका फायदा किसानों को नहीं मिल पाया है. जिस कारण ग्रामीण समय-समय पर आंदोलन करते रहते है. वहीं ग्रामीण इस बार आमरण अनशन पर बैठे हुए है'.

Intro:बालोद

जिले के खनिज नगरी दल्ली राजहरा में तहसील कार्यालय के सामने लाल पानी से प्रभावित किसान आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं यह किसान महामाया माइंस से निकलने वाली लाल पानी से प्रभावित हैं इनके खेतों में लाल पानी वाला अल्पाइन्स पूरी तरह आकर पट जाता है जिससे इनका किसी कार्य पूरी तरह प्रभावित होता है साथ ही इन्हें रोजगार की भी समस्या आती है किसानों का आरोप है कि प्रशासन द्वारा उन्हें बीएसपी में काम दिलाने की बात कही गई थी।


Body:वीओ - महामाया माइंस से निकलने वाले लाल पानी से प्रभावित किसान अपनी मांगों को लेकर तहसील कार्यालय के सामने धरने पर बैठे हुए हैं किसानों का कहना है कि माइंस से निकलने वाले लाल पानी से हमारी खेती पूरी तरह बंजर हो चुकी है हमारे पास आएगा और कोई जरिया नहीं है बीएसपी प्रबंधन एवं प्रशासन द्वारा हमें काम पर रखने की बात कही गई थी परंतु आज पर्यंत तक सभी को काम पर नहीं रखा गया है जिस कारण हमें यह रास्ता अपनाना पड़ रहा है।

वीओ - आमरण अनशन पर बैठे तुलसीराम बघेल ने बताया कि बीते वर्ष के अंत तक सभी को काम पर रख लेने की बात प्रशासन द्वारा कही गई थी बैठक भी आहूत हुई थी परंतु आज तक सभी को काम पर नहीं रखा गया है हमारा और कोई आय का साधन नहीं है वहीं उन्होंने बताया कि प्रबंधन और प्रशासन एक दूसरे पर मामले को डालती है निराकरण को लेकर किसी भी तरह का कोई विचार नहीं किया जा रहा है।


Conclusion:आपको बता दें कि लाल पानी के कारण दर्जनों किसानों की जमीन पूरी तरह पट गयी है और यहाँ किसान पूरी तरह कृषि कार्य से वंचित रह गए हैं प्रशासन द्वारा लाल पानी से प्रभावित किसानों को काम पर देने व लाल मिट्टी हटाने की बात कही जा रही थी पर अब तक इसका फायदा किसानों को नहीं मिल पाया है जिस कारण समय-समय पर आंदोलन ग्रामीण करते हैं इस बार आमरण अनशन पर ग्रामीण बैठे हुए हैं।

बाइट - बसंत रावटे, सचिव जन मुक्ति मोर्चा

बाइट - तुलसी राम बघेल, आमरण अनशन पर बैठे ग्रामीण
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