बालोद: बालोद जिले भर के मनरेगा कर्मी 4 अप्रैल से अनिश्चितकालीन धरने पर हैं. जिसके कारण बालोद जिले में काम-काज पूरी तरह प्रभावित हो चुका है. 421 ग्राम पंचायतों के मनरेगा कार्य पूरी तरह ठप पड़े हुए हैं. मनरेगा कर्मी नियमितीकरण सहित अन्य मांगों को लेकर धरने पर अडिग हैं. वहीं आज अनोखे ढंग से नुक्कड़ नाटक का प्रदर्शन मनरेगा कर्मियों ने किया. कोई मुख्यमंत्री बना तो कोई पंचायत मंत्री तो कोई नेता प्रतिपक्ष इस तरह उनके किए हुए वादों को मनरेगा अधिकारी कर्मियों ने मंचन के माध्यम से दोहराया है.
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दो सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन: मनरेगा विभाग के अधिकारी कर्मचारियों ने बताया कि वह 2 सूत्री मांगों को लेकर धरने पर बैठे हुए हैं. परंतु अब तक शासन-प्रशासन से किसी तरह का कोई भी डेलिगेशन हम तक नहीं पहुंचा है. हम लगातार सरकार से संपर्क साधने की कोशिश कर रहे हैं. परंतु बात शासन-प्रशासन तक चर्चा हेतु नहीं पहुंच पा रही है. 2 सूत्री मांगों में पहली मांग प्रमुख रूप से नियमितीकरण की है. कांग्रेस ने कहा था सरकार बनने के बाद नियमितीकरण करेंगे. इसके साथ ही रोजगार सहायकों का ग्रेड पे निर्धारण करने की मांग प्रदर्शनकारियों ने की है.
राजनेताओं के गेटअप में किया विरोध प्रदर्शन : मनरेगा कर्मियों ने धरना स्थल पर अनोखे ढंग से नुक्कड़ नाटक का प्रदर्शन किया. किसी ने मुख्यमंत्री की भूमिका निभाई तो किसी ने पंचायत मंत्री की और किसी ने नेता प्रतिपक्ष की भूमिका को अपनाया. उनके बीच डिबेट भी हुआ और उनके चुनाव के पहले किए गए वादों को भी मनरेगा कर्मियों ने मंच के माध्यम से दोहराया.