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बढ़ा हुआ समर्थन मूल्य नहीं मिलने पर पर गन्ना किसान नाराज, सरकार के खिलाफ दिया धरना

जिले में गन्ने की खेती करने वाले किसानों को सरकार की ओर से 94 रुपए प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य देने की बात कही थी. राशि नहीं मिलने से किसान नाराज हैं और धरने पर बैठ गए हैं.

सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन
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Published : Oct 24, 2019, 5:56 PM IST

Updated : Oct 24, 2019, 6:35 PM IST

बालोद: विधानसभा चुनाव के दौरान, सरकार की ओर से गन्ने के समर्थन मूल्य को लेकर किए गए वादे को पूरा नहीं करने पर किसान धरने पर बैठ गए हैं. आरोप है कि सरकार ने गन्ने को लेकर बड़े-बड़े वादे किए थे, लेकिन अब तक भुगतान नहीं हुआ है.

गन्ना किसानों ने किया प्रदर्शन.

किसान सुबह से ही नया बसस्टैंड में टेंट लगाकर धरना-प्रदर्शन करते नजर आए और शासन-प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. किसानों का कहना है कि, उन्हें उम्मीद थी कि शासन उनका ख्याल रखते हुए दिवाली तक भुगतान कर देगा.

बोनस देने की मांग
बालोद जिले में लगभग 3100 किसान हैं, जो गन्ने की खेती करते हैं. किसानों को 261 रुपए गन्ने का समर्थन मूल्य है, जो केंद्र सरकार देती है, वह उन्हें मिल गया है. प्रदेश सरकार की ओर से 94 रुपए और देने की बात की गई थी, जो नहीं नहीं मिला है. किसानों का कहना है कि, वो पारंपरिक धान की खेती को छोड़कर गन्ने की फसल कर रहे हैं तो हमें इस तरह से उपेक्षित किया जा रहा है.

पढ़े:मौसम का बदला मिजाज, फीका पड़ सकता है दिवाली का त्योहार

मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा
किसान संघ के उपाध्यक्ष किशन साहू ने बताया कि 'सभी किसान लगातार मांग कर रहे हैं कि, बचत राशि का भुगतान कर दिया जाए. ऐसे में किसान सरकार से क्या उम्मीद करें, किसानों ने धरना के साथ ही मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया. दिवाली तक भुगतान नहीं मिलने पर उग्र आंदोलन किया जाएगा, जिसकी जवाबदारी शासन प्रशासन की होगी.

बालोद: विधानसभा चुनाव के दौरान, सरकार की ओर से गन्ने के समर्थन मूल्य को लेकर किए गए वादे को पूरा नहीं करने पर किसान धरने पर बैठ गए हैं. आरोप है कि सरकार ने गन्ने को लेकर बड़े-बड़े वादे किए थे, लेकिन अब तक भुगतान नहीं हुआ है.

गन्ना किसानों ने किया प्रदर्शन.

किसान सुबह से ही नया बसस्टैंड में टेंट लगाकर धरना-प्रदर्शन करते नजर आए और शासन-प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. किसानों का कहना है कि, उन्हें उम्मीद थी कि शासन उनका ख्याल रखते हुए दिवाली तक भुगतान कर देगा.

बोनस देने की मांग
बालोद जिले में लगभग 3100 किसान हैं, जो गन्ने की खेती करते हैं. किसानों को 261 रुपए गन्ने का समर्थन मूल्य है, जो केंद्र सरकार देती है, वह उन्हें मिल गया है. प्रदेश सरकार की ओर से 94 रुपए और देने की बात की गई थी, जो नहीं नहीं मिला है. किसानों का कहना है कि, वो पारंपरिक धान की खेती को छोड़कर गन्ने की फसल कर रहे हैं तो हमें इस तरह से उपेक्षित किया जा रहा है.

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मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा
किसान संघ के उपाध्यक्ष किशन साहू ने बताया कि 'सभी किसान लगातार मांग कर रहे हैं कि, बचत राशि का भुगतान कर दिया जाए. ऐसे में किसान सरकार से क्या उम्मीद करें, किसानों ने धरना के साथ ही मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया. दिवाली तक भुगतान नहीं मिलने पर उग्र आंदोलन किया जाएगा, जिसकी जवाबदारी शासन प्रशासन की होगी.

Intro:बालोद।

सरकार से नाराज बालोद जिले के किसानों ने गन्ना को लेकर सरकार द्वारा अपने किए गए वादे को पूरा नहीं करने से धरने पर बैठे और कहा कि सरकार द्वारा जब विधानसभा चुनाव था तो गन्ना किसानों को लेकर बड़े-बड़े वादे किए गए थे परंतु अब तक उनके वादों को पूरा नहीं किया गया है किसान सुबह से ही नया बस स्टैंड में टेंट लगाकर धरना प्रदर्शन करते नजर आए और शासन प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की किसानों ने कहा कि दिवाली सामने हैं हमें उम्मीद था कि शासन हमारी ख्याल रखते हुए दिवाली में भुगतान कर देगी परंतु अब तक किसी तरह का कोई भुगतान नहीं किया गया है।




Body:वीओ - कृषक पवन साहू ने बताया कि 261 रुपये गन्ने का समर्थन मूल्य जो केंद्र सरकार देती है वह हमें मिल गया है जिसमें स्थानीय प्रदेश सरकार द्वारा 94 रुपये और देने की बात की गई थी जिसे मिलाकर 355 रुपये होता परंतु अब तक यह राशि नहीं दी गई है पहले तो हमें गन्ना लगाने के लिए प्रेरित किया जाता है और जब हम पारंपरिक धान की खेती को छोड़कर गन्ने की फसल कर रहे हैं तो हमें इस तरह से उपेक्षित किया जा रहा है हम सबकी शान अपनी पीड़ा नहीं बता सकते हैं उन्होंने कहा कि सरकार के खिलाफ हम सब नाराज हैं और आज इस तरह गांधीजी के मार्ग पर चलते हुए धरने पर बैठे हुए हैं अगर आने वाले दिनों में हमारी मांगे पूरी नहीं करती है तो हम उग्र आंदोलन करने को आतुर हो जाएंगे।

वीओ - किसान संघ के उपाध्यक्ष किशन साहू ने बताया कि लगातार हम सब मांग कर रहे हैं कि बचत राशि को भुगतान कर दिया जाए आज दिवाली मनाने के लिए हमारे पास पैसे नहीं है बच्चे बच्चे फसल को बारिश तबाह कर रही है राशन और कपड़े तक नही खरीद पाए है ऐसे में हम सरकार से क्या उम्मीद कर किसानों द्वारा धरना के साथ ही मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया।


Conclusion:बालोद जिले में लगभग 31 सौ गन्ना किसान है जो गन्ने की खेती करते हैं उन सब को 94 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से बढ़ी हुई राशि नहीं मिली है जिससे किसान काफी नाराज हैं और धरना कर रहे हैं शासन के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया है परंतु किसान कह रहे हैं दीपावली तक वह इंतजार करेंगे दीपावली तक भुगतान नहीं हुआ तो उसके बाद उग्र आंदोलन किया जाएगा जिसकी जवाबदारी शासन प्रशासन की होगी।

बाइट - कृष्णा साहू, उपाध्यक्ष किसान संघ

बाइट - पवन साहू, कृषक ज़िला बालोद
Last Updated : Oct 24, 2019, 6:35 PM IST
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