बालोद: sahara agents protest मामले में अभिकर्ता तरुण कुमार देवांगन ने जानकारी देते हुए बताया कि "हम सब अभी अभिकर्ताओं ने आम जनता का पैसा और स्वयं के खून पसीने की कमाई को सहारा इंडिया में जमा किया था. आज उसका मैच्योरिटी दिनांक पूर्ण हो चुका है. बावजूद इसके राशि का भुगतान नहीं किया जा रहा है. रोजाना हम कार्यालयों के चक्कर काट काट कर थक गए हैं. प्रशासन सुप्रीम कोर्ट की दुहाई देता है. इन सब के कारण अभिकर्ता और ग्राहकों के बीच तनातनी की स्थिति निर्मित हो रही है." balod news update
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रुक रही शादियां, मकान पड़े सूने: अभिकर्ता तरुण साहू ने जानकारी देते हुए बताया कि "जमा पैसों के कारण घर परिवार के काम रुक रहे हैं. शादी ब्याह के काम रुके पड़े हैं. मकान सूने पड़े हैं. क्योंकि 3 माह से तो अभिकर्ता मानव बेरोजगार ही हो गए हैं. हमें और कोई काम भी नहीं आता. लगातार प्रशासन के चक्कर काट रहे हैं. सहारा इंडिया कार्यालयों के चक्कर काट रहे हैं. कुछ जगहों पर पैसे की वापसी हुई है. परंतु बालोद जिले में तो कुछ भी सुनाई नहीं पड़ रहा है. इसलिए आज हम वहां रैली के माध्यम से यहां कलेक्टर से गुहार लगाने पहुंचे हुए हैं."(Subrata Roy is an Indian businessman)
इस मामले में अब तक जिला प्रशासन की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई है. सहारा के एजेंट अपने भुगतान पर अड़े हुए हैं.