बालोद: बालोद के गुरुरु नगर पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ कांग्रेस और बीजेपी पार्षदों ने मोर्चा खोल दिया है. दोनों दलों के पार्षद गुरुर नगर पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ हैं. यहां नगर पंचायत की अध्यक्ष टिकेश्वरी साहू कांग्रेस के समर्थन से पद पर काबिज हैं. उनके खिलाफ 13 पार्षदों ने हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन सौंपा है. जिसमें से 7 भाजपा समर्थित पार्षद हैं. पार्षदों ने बताया कि वहां के अध्यक्ष का पति प्लेसमेंट सुपरवाइजर के रूप में कार्यरत है. वह मनमानी करता है. कांग्रेस अध्यक्ष के खिलाफ अब भाजपा-कांग्रेस के सभी पार्षद एक हो चले हैं. कलेक्टर से जल्द ही अविश्वास प्रस्ताव के लिए तारीख की मांग की गई है.
क्यों की गई शिकायत?
अविश्वास प्रस्ताव का ज्ञापन देने पहुंचे पार्षदों ने बताया कि अध्यक्ष टिकेश्वरी साहू ने जितने भी निर्माण कार्य कराए हैं, वह सभी घटिया हैं. पार्षदों ने बताया कि कार्यालय में ही प्लेसमेंट में सुपरवाइजर पद पर कार्यरत उनके पति मनमानी करते हैं. हम सब पार्षदों को काम करने में दिक्कत होती है.
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गुरुर नगर पंचायत का विकास कार्य थमा
पार्षद चंद्रलता साहू और मुकेश साहू ने बताया कि सभी पार्षदों द्वारा नगर में विकास कार्य के लिए मीटिंग जरूरी है. लेकिन इसकी अनदेखी होती रही है. उन्होंने अध्यक्ष टिकेश्वरी साहू पर आरोप लगाया कि वह अपने पद प्रतिष्ठा को ध्यान में रखते हुए नगर के किसी भी विकास कार्य को प्राथमिकता से कराने में रुचि नहीं लेती हैं. जिससे नगर के कई विकास कार्य नहीं हुए हैं. इसलिए हम उन्हें गुरुर नगर पंचायत अध्यक्ष पद से हटाने की मांग करते हैं.
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गुरुर नगर पंचायत क्षेत्र स्थानीय विधायक संगीता सिन्हा का गढ़ है. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि अविश्वास प्रस्ताव को लेकर किस तरह की खींचतान यहां देखने को मिलती है.