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कोरोना वायरस  के कारण अंडा और चिकन व्यवसाय प्रभावित, बिक्री में आई गिरावट - balod latest news

कोरोना वायरस का असर चिकन व्यापारियों पर देखने को मिल रहा है. लोग कोरोना वायरस को मुर्गे-मुर्गियों से जोड़ कर देख रहे हैं, जिसके कारण जिले में मुर्गी का व्यवसाय बहुत प्रभावित हो गया है. इससे मुर्गी व्यवसायियों को भरी नुकसान उठाना पड़ रहा है.

Poultry business affected due to Corona virus
कोरोना वायरस के कारण मुर्गी व्यवसाय प्रभावित
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Published : Mar 6, 2020, 4:46 PM IST

Updated : Mar 6, 2020, 5:42 PM IST

बालोद: कोरोना वायरस का कहर पूरे विश्व के साथ अब प्रदेश के बालोद जिले में भी देखने को मिल रहा है. सोशल मीडिया में चिकन और मांस नहीं खाने को लेकर अफवाहें फैलाई जा रही है. जिसके कारण लोगों ने चिकन खाना छोड़ दिया है. इसकी वजह से मुर्गा व्यापारियों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. बाजार में मुर्गे की कीमत 40 रुपये प्रति किलो हो गई है.

कोरोना वायरस के कारण मुर्गी व्यवसाय प्रभावित

वायरस के कहर के कारण लोग यह सोचने लगे हैं कि चिकन खाने से भी इस वायरस का प्रकोप हो सकता है, जिसके कारण लोगों ने मुर्गी से हाय तौबा कर ली है. स्थिति यह है कि चिकन के दुकान सूने पड़े हैं, जिसके कारण चिकन को औने पौने दामों में बेचना पड़ रहा है.

मुर्गा, मुर्गियों से नहीं फैल रहा कोरोना वायरस

बता दें कि कोरोना वायरस से मुर्गियों को कोई लेना देना नहीं है. स्वास्थ्य मंत्रालय भी इसकी पुष्टि कर चुका है. लेकिन अफवाहों के कारण उनका व्यवसाय पूरी तरह नष्ट होने के कगार पर हैं. इससे जिले के मुर्गी व्यवसाई काफी परेशान हैं. मुर्गी फार्म से मुर्गियां बिक नहीं रही है, जिसको बेचने के लिए मूल्य गिराए गए हैं. बावजूद इसके भी लोग मुर्गियां और चिकन नहीं खरीद रहे हैं.

बालोद: कोरोना वायरस का कहर पूरे विश्व के साथ अब प्रदेश के बालोद जिले में भी देखने को मिल रहा है. सोशल मीडिया में चिकन और मांस नहीं खाने को लेकर अफवाहें फैलाई जा रही है. जिसके कारण लोगों ने चिकन खाना छोड़ दिया है. इसकी वजह से मुर्गा व्यापारियों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. बाजार में मुर्गे की कीमत 40 रुपये प्रति किलो हो गई है.

कोरोना वायरस के कारण मुर्गी व्यवसाय प्रभावित

वायरस के कहर के कारण लोग यह सोचने लगे हैं कि चिकन खाने से भी इस वायरस का प्रकोप हो सकता है, जिसके कारण लोगों ने मुर्गी से हाय तौबा कर ली है. स्थिति यह है कि चिकन के दुकान सूने पड़े हैं, जिसके कारण चिकन को औने पौने दामों में बेचना पड़ रहा है.

मुर्गा, मुर्गियों से नहीं फैल रहा कोरोना वायरस

बता दें कि कोरोना वायरस से मुर्गियों को कोई लेना देना नहीं है. स्वास्थ्य मंत्रालय भी इसकी पुष्टि कर चुका है. लेकिन अफवाहों के कारण उनका व्यवसाय पूरी तरह नष्ट होने के कगार पर हैं. इससे जिले के मुर्गी व्यवसाई काफी परेशान हैं. मुर्गी फार्म से मुर्गियां बिक नहीं रही है, जिसको बेचने के लिए मूल्य गिराए गए हैं. बावजूद इसके भी लोग मुर्गियां और चिकन नहीं खरीद रहे हैं.

Last Updated : Mar 6, 2020, 5:42 PM IST
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