बालोद: कोरोना वायरस का कहर पूरे विश्व के साथ अब प्रदेश के बालोद जिले में भी देखने को मिल रहा है. सोशल मीडिया में चिकन और मांस नहीं खाने को लेकर अफवाहें फैलाई जा रही है. जिसके कारण लोगों ने चिकन खाना छोड़ दिया है. इसकी वजह से मुर्गा व्यापारियों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. बाजार में मुर्गे की कीमत 40 रुपये प्रति किलो हो गई है.
वायरस के कहर के कारण लोग यह सोचने लगे हैं कि चिकन खाने से भी इस वायरस का प्रकोप हो सकता है, जिसके कारण लोगों ने मुर्गी से हाय तौबा कर ली है. स्थिति यह है कि चिकन के दुकान सूने पड़े हैं, जिसके कारण चिकन को औने पौने दामों में बेचना पड़ रहा है.
मुर्गा, मुर्गियों से नहीं फैल रहा कोरोना वायरस
बता दें कि कोरोना वायरस से मुर्गियों को कोई लेना देना नहीं है. स्वास्थ्य मंत्रालय भी इसकी पुष्टि कर चुका है. लेकिन अफवाहों के कारण उनका व्यवसाय पूरी तरह नष्ट होने के कगार पर हैं. इससे जिले के मुर्गी व्यवसाई काफी परेशान हैं. मुर्गी फार्म से मुर्गियां बिक नहीं रही है, जिसको बेचने के लिए मूल्य गिराए गए हैं. बावजूद इसके भी लोग मुर्गियां और चिकन नहीं खरीद रहे हैं.