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बालोद: पेट्रोल पंप प्रबंधन पर डीजल में पानी मिलाने का आरोप, अधिकारियों ने किया बचाव

बालोद शहर के एक निजी पेट्रोल पंप संचालक पर पानी मिलाकर डीजल बेचे जाने का आरोप है. युवक मुकेश कुमार साहू ने आरोप लगाया है कि निजी पेट्रोल पंप में उनके वाहन में डीजल के बजाय पानी डाला गया था. वहीं शिकायत के बाद अधिकारी मौके पर पहुंचे, लेकिन अधिकारी पेट्रोल पंप प्रबंधन का ही बचाव करते दिखे.

Messrs Purushottam Das Santosh Fules
मेसर्स पुरुषोत्तम दास संतोष फ्यूल्स
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Published : May 20, 2020, 1:44 AM IST

बालोद: शहर के एक निजी पेट्रोल पंप में पानी मिलाकर डीजल बेचने का मामला सामने आया है. ग्राहक मुकेश कुमार साहू का आरोप है कि एक पंप में उसके वाहन में डीजल के साथ पानी मिलाकर डाला गया.

डीजल में पानी मिलाने का आरोप

मुकेश कुमार साहू ने बताया कि वो अपनी गाड़ी में डीजल भरा कर पंप से निकल रहा था. तभी गाड़ी बंद हो गई. जिसके बाद पास के मैकेनिकों से जांच कराई गई. इस दौरान डीजल टैंक को खाली कराया गया. तो डीजल की जगह टैंक में पानी भरा हुआ मिला, जिसके बाद तुरंत डीजल टैंक से पानी को खाली कराया गया. इसी दौरान खाद्य विभाग के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे.

अधिकारी ने किया फ्लूस प्रबंधन का बचाव

वाहन के डीजल टैंक से से डीजल के बजाय पानी कैसे निकला यह तो अभी तक स्पष्ट नहीं हुआ है, लेकिन इस पानी की वजह से कई लोगों के वाहनों नुकसान पहुंचा है. वहीं लोग जब इसकी शिकायत खाद्य विभाग से करने लगे तो, खाद्य विभाग के अधिकारी पीड़ितों पर ही दबाव बनाते नजर आए और फ्लूस प्रबंधन का बचाव करते दिखे. जिसके बाद पीड़ित और अधिकारियों के बीच हल्की कहा सुनी भी हुई, फिलहाल खाद विभाग के अधिकारी ने पीड़ितों के बयान दर्ज कर लिया है.

पढ़ें- क्वॉरेंटाइन सेंटर में युवक ने की खुदकुशी, घटना की वजह अज्ञात

मीडिया से बचते रहे अधिकारी

खाद्य विभाग के अधिकारी मीडिया को भी कवरेज करने से मना कर रहे थे. विभाग के अधिकारी इस दौरान कुछ कहने से बचते हुए नजर आए. अब सवाल ये है अधिकारी के आंख के सामने हुए इस घटना अधिकारी फ्लूस प्रबंधन का बचाव क्यों कर रहे थे.

बालोद: शहर के एक निजी पेट्रोल पंप में पानी मिलाकर डीजल बेचने का मामला सामने आया है. ग्राहक मुकेश कुमार साहू का आरोप है कि एक पंप में उसके वाहन में डीजल के साथ पानी मिलाकर डाला गया.

डीजल में पानी मिलाने का आरोप

मुकेश कुमार साहू ने बताया कि वो अपनी गाड़ी में डीजल भरा कर पंप से निकल रहा था. तभी गाड़ी बंद हो गई. जिसके बाद पास के मैकेनिकों से जांच कराई गई. इस दौरान डीजल टैंक को खाली कराया गया. तो डीजल की जगह टैंक में पानी भरा हुआ मिला, जिसके बाद तुरंत डीजल टैंक से पानी को खाली कराया गया. इसी दौरान खाद्य विभाग के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे.

अधिकारी ने किया फ्लूस प्रबंधन का बचाव

वाहन के डीजल टैंक से से डीजल के बजाय पानी कैसे निकला यह तो अभी तक स्पष्ट नहीं हुआ है, लेकिन इस पानी की वजह से कई लोगों के वाहनों नुकसान पहुंचा है. वहीं लोग जब इसकी शिकायत खाद्य विभाग से करने लगे तो, खाद्य विभाग के अधिकारी पीड़ितों पर ही दबाव बनाते नजर आए और फ्लूस प्रबंधन का बचाव करते दिखे. जिसके बाद पीड़ित और अधिकारियों के बीच हल्की कहा सुनी भी हुई, फिलहाल खाद विभाग के अधिकारी ने पीड़ितों के बयान दर्ज कर लिया है.

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मीडिया से बचते रहे अधिकारी

खाद्य विभाग के अधिकारी मीडिया को भी कवरेज करने से मना कर रहे थे. विभाग के अधिकारी इस दौरान कुछ कहने से बचते हुए नजर आए. अब सवाल ये है अधिकारी के आंख के सामने हुए इस घटना अधिकारी फ्लूस प्रबंधन का बचाव क्यों कर रहे थे.

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