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जब स्कूल में ताला लगाने पहुंचे ग्रामीण तो खुली प्रशासन की नींद, हुई शिक्षक की नियुक्ति

भोथली गांव के ग्रामीण बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ और प्रशासन की लचर व्यवस्था के खिलाफ मोर्चा खोल शुक्रवार को स्कूल में तालाबंदी करने पहुंचे.

भोथली में आक्रोशित ग्रामीणों ने की स्कूल में तालाबंदी किया
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Published : Sep 7, 2019, 12:13 PM IST

Updated : Sep 7, 2019, 3:18 PM IST

बालोदः जिला मुख्यालय के बालोद विकासखंड के अंतर्गत आने वाले ग्राम भोथली के शासकीय प्राथमिकशाला एक शिक्षक के भरोसे संचालित है. ग्रामीण बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ और प्रशासन की लचर व्यवस्था के खिलाफ मोर्चा खोल शुक्रवार को स्कूल में तालाबंदी करने पहुंचे.

भोथली में आक्रोशित ग्रामीणों ने की स्कूल में तालाबंदी किया

आक्रोशित ग्रामीणों को देख ब्लॉक शिक्षा अधिकारी ने आनन-फानन में अस्थाई तौर पर एक शिक्षक की नियुक्ति की है. साथ ही स्कूल में शाम तक स्थाई शिक्षक की नियुक्ति करने की बात कहा और ग्रामीणों को आश्वस्त किया.

तालाबंदी की दी गई थी चेतावनी
क्षेत्र के जनपद सदस्य मूलचंद साहू ने बताया कि प्राथमिकशाला भोथली में एक शिक्षक के रिटायरमेंट के बाद से ही शिक्षक की कमी है और अब पूरे स्कूल को एक ही शिक्षक द्वारा संचालित किया जा रहा है. स्कूल में शिक्षक की कमी को लेकर प्रशासन को सूचित किया गया था. लेकिन अब तक शिक्षक की व्यवस्था नहीं होने से ग्रामीण आक्रोशित होकर स्कूल में तालाबंदी करने पहुंचे है.

शाला प्रबंधन समिति के अध्यक्ष ने बताया कि शिक्षक की मांग को लेकर लगातार ब्लॉक अधिकारी से शिकायत की गई थी. शिक्षक की नियुक्ति नहीं होने पर ग्रामीणों ने एक महीने पहले ही तालाबंदी की चेतावनी दे दी थी. उन्होंने कहा कि बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ होता देख ग्रामीणों को इस तरह का कदम उठाना पड़ा.

शिक्षक की नियुक्ति का दिया आश्वासन
स्कूल में तालाबंदी की सूचना मिलने पर ब्लॉक शिक्षा अधिकारी ने हालिया मौके की नजाकत को देखते हुए अस्थाई तौर पर शिक्षक की नियुक्ति की है. साथ जल्द ही ग्रामीणों को स्थाई शिक्षक की नियुक्ति का आश्वासन दिया है.

बालोदः जिला मुख्यालय के बालोद विकासखंड के अंतर्गत आने वाले ग्राम भोथली के शासकीय प्राथमिकशाला एक शिक्षक के भरोसे संचालित है. ग्रामीण बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ और प्रशासन की लचर व्यवस्था के खिलाफ मोर्चा खोल शुक्रवार को स्कूल में तालाबंदी करने पहुंचे.

भोथली में आक्रोशित ग्रामीणों ने की स्कूल में तालाबंदी किया

आक्रोशित ग्रामीणों को देख ब्लॉक शिक्षा अधिकारी ने आनन-फानन में अस्थाई तौर पर एक शिक्षक की नियुक्ति की है. साथ ही स्कूल में शाम तक स्थाई शिक्षक की नियुक्ति करने की बात कहा और ग्रामीणों को आश्वस्त किया.

तालाबंदी की दी गई थी चेतावनी
क्षेत्र के जनपद सदस्य मूलचंद साहू ने बताया कि प्राथमिकशाला भोथली में एक शिक्षक के रिटायरमेंट के बाद से ही शिक्षक की कमी है और अब पूरे स्कूल को एक ही शिक्षक द्वारा संचालित किया जा रहा है. स्कूल में शिक्षक की कमी को लेकर प्रशासन को सूचित किया गया था. लेकिन अब तक शिक्षक की व्यवस्था नहीं होने से ग्रामीण आक्रोशित होकर स्कूल में तालाबंदी करने पहुंचे है.

शाला प्रबंधन समिति के अध्यक्ष ने बताया कि शिक्षक की मांग को लेकर लगातार ब्लॉक अधिकारी से शिकायत की गई थी. शिक्षक की नियुक्ति नहीं होने पर ग्रामीणों ने एक महीने पहले ही तालाबंदी की चेतावनी दे दी थी. उन्होंने कहा कि बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ होता देख ग्रामीणों को इस तरह का कदम उठाना पड़ा.

शिक्षक की नियुक्ति का दिया आश्वासन
स्कूल में तालाबंदी की सूचना मिलने पर ब्लॉक शिक्षा अधिकारी ने हालिया मौके की नजाकत को देखते हुए अस्थाई तौर पर शिक्षक की नियुक्ति की है. साथ जल्द ही ग्रामीणों को स्थाई शिक्षक की नियुक्ति का आश्वासन दिया है.

Intro:बालोद।

ज़िले के बालोद विकासखंड ग्राम भोथली के शाशकीय प्राथमिक शाला में 5 कक्षाये 1 शिक्षक के भरोशे संचालित है ग्रामीणों द्वारा एक माह पहले तालाबंदी की चेतावनी दी गयी थी बावजूद इसके किसी प्रकार से किसी शिक्षक की नियुक्ति नही की गई थी शक्रवार को ग्रामीण विद्यालय में तालाबंदी करने पहुंचे तो आनन - फानन में अस्थाई शिक्षक की नियुक्ति की गई।


Body:वीओ - क्षेत्र के जनपद सदस्य मूलचंद साहू ने बताया कि यहां पर शिक्षक की कमी है आधा ज्ञान नियुक्ति 2 शिक्षकों की है परंतु एक शिक्षक को संकुल कार्यालय में संलग्न कर दिया गया है वहीं केवल एक शिक्षक के पद व विद्यालय संचालित हैं जिसके कारण शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह लचर हो चली लोग लगातार शिक्षक की मांग कर रहे परंतु इसी तरह का कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा था हमारा धैर्य टूटा तो सभी ग्रामीणों ने निर्णय लिया कि आज विद्यालय में तालाबंदी करेंगे और हम लोगों ने विद्यालय में तालाबंदी शुरू की है ऐसे में वहां शिक्षकों ने अपने उच्चाधिकारियों को अवगत कराया इसके बाद समीप के गांव से एक शिक्षक की अस्थाई नियुक्ति की गई और जल्द ही स्थाई नियुक्ति का आश्वासन दिया गया।

वीओ - शाला प्रबंधन समिति के अध्यक्ष ने बताया कि भगत हमारी मांग को अनदेखा किया जा रहा था इस कारण हमें इस तरह का कदम उठाना पड़ा परंतु आज हमारे इस कदम उठाने से हमारे बच्चों का भविष्य बेहतर होने वाला है एक अस्थाई शिक्षक भेजा गया है और जल्द ही स्थाई शिक्षक भेज दिया जाएगा जिसके बाद शिक्षा व्यवस्था में सुधार होगी हमारे ही बच्चे इन विद्यालयों में पढ़ते हैं उनके लिए हमें आज लड़ाई लड़ना पड़ा।


Conclusion:ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन द्वारा अभी अस्थाई शिक्षक भेजा गया है और जल्द ही स्थाई शिक्षक भेजने की बात कही गई है हम लोगों अभी अस्थाई शिक्षक से हम सोचते हैं परंतु जल्द ही स्थाई शिक्षक नहीं भेजा गया तो पुनः आंदोलन किया जाएगा आपको बता दें कि ग्रामीण बताते हैं एक शिक्षक के भरोसे विद्यालय होने के कारण वह सभी कक्षाओं की शिक्षा व्यवस्था नहीं देख पाते थे।

बाइट - सुकालू राम देशमुख, अध्यक्ष शाला विकास समिति

बाइट - मूलचंद साहू, जनपद सदस्य बालोद
Last Updated : Sep 7, 2019, 3:18 PM IST
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