बालोद: पंचायत सचिव संघ के चुनाव में योगेश चंद्राकर लगातार तीसरी बार अध्यक्ष चुने गए. संघ के अध्यक्ष बनते ही उन्होंने कहा कि जैसे शिक्षाकर्मियों का संविलियन हुआ है, वैसे ही हम सचिवों का भी संविलियन किया जाए. उन्होंने कहा कि IAS अधिकारी AC कमरे में बैठकर कार्य योजना बनाता है, लेकिन उस कार्य योजना को धूप, जंगल, पानी, बरसात में जाकर सफल पंचायत सचिव करते हैं. लेकिन आज हम असुरक्षित हैं. क्योंकि हम लोग शासन के नियमित कर्मचारी नहीं हैं.
तांदुला नदी के किनारे निषाद भवन में सचिव संघ की बैठक रखी गई थी. जहां सर्वसम्मति से पंचायत सचिव संघ ने योगेश चंद्राकर को एक बार फिर सचिव संघ का अध्यक्ष चुना. इस दौरान सचिवों के संघर्ष को लेकर संघ के अध्यक्ष ने कहा कि हम सचिवों के हित में हमेशा कार्यरत रहेंगे.
पंचायत सचिवों की संविलियन की मांग का संसदीय सचिव ने किया समर्थन
भूपेश सरकार से नियमितीकरण की मांग
हम सभी पंचायत सचिवों के लिए संविलियन की मांग कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि 15 साल में रमन सिंह की सरकार ने केवल वेतनमान के भरोसे ही हमसे काम कराया. हमें अपना नियमित कर्मचारी नहीं बनाया. अब हम वर्तमान भूपेश बघेल के सरकार से नियमितीकरण की मांग कर रहे हैं. अध्यक्ष ने सभी सचिवों को हर तरह की सुविधा देने की मांग की. साथ ही 1 जनवरी 2020 को सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों को पूरी पेंशन देने की मांग की है.
हमारा भी ध्यान रखे सरकार: योगेश
योगेश ने कहा कि यहां पर हम सब शासन को सहयोग करना चाहते हैं. शासन को भी हमारी बातों को समझना चाहिए. आज हम नरवा, गरुवा, घुरवा, बाड़ी से लेकर गोबर तोलने का काम कर रहे हैं. कोरोना महामारी के दौर में भी हम ड्यूटी कर रहे हैं. तो सरकार का फर्ज बनता है कि वो हमारा भी ध्यान रखें.