बालोद : आज से स्कूल शिक्षण सत्र की शुरुआत हो चुकी है. बालोद जिले में सभी विद्यालयों में शाला प्रवेश उत्सव मनाया जा रहा है. इस प्रवेश उत्सव के बीच बालोद जिले के गुरुर ब्लॉक के ग्राम देवकोट में बच्चों ने स्कूल का बहिष्कार कर दिया है. कोई भी बच्चे स्कूल नहीं पहुंचे हैं. पालक भी स्कूल में तालाबंदी कर चुके हैं. इस विद्यालय के बच्चे और पालक विद्यालय के एक शिक्षक मोहन सिन्हा के स्थानांतरण का विरोध कर रहे हैं.
कहां हुआ है शिक्षक का ट्रांसफर : शिक्षक मोहन का स्थानांतरण प्राथमिक शाला देवकोट से मासूल में किया गया है. जिसका ग्रामीण काफी विरोध कर रहे हैं. ''शिक्षक का व्यवहार बहुत अच्छा है पता नहीं यहां से क्यों स्थानांतरण किया गया है. जनप्रतिनिधियों से लेकर प्रशासन तक अपनी बातों को रख चुके हैं. लेकिन किसी तरह का कोई निष्कर्ष नहीं आया जिसके कारण हमें ऐसा कदम उठाना पड़ रहा है.'' राकेश साहू,शाला प्रबंधन समिति अध्यक्ष
स्कूल में ताला जड़कर विरोध :शाला समिति अध्यक्ष राकेश साहू, उपाध्यक्ष तेजेश्वरी, सचिव ज्ञानेश्वर पटेल, पूर्व सरपंच कमलेश साहू, पूर्व शाला समिति अध्यक्ष कृष्णा सिन्हा, राजीव मितान क्लब अध्यक्ष आदित्य बंजारे सहित सभी पालक स्कूल पहुंचे.इस दौरान सभी ने मिलकर स्कूल में ताला लगा दिया. वहीं विकासखंड शिक्षा अधिकारी ललित चंद्राकर ने ड्यूटी दूसरे जगह लगने की बात मानी.
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क्यों हैं बच्चों में नाराजगी : ग्रामीणों की माने तो वो इस मुद्दे को लेकर लगातार शिक्षक के स्थानांतरण का विरोध कर रहे हैं.यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक शिक्षक का स्थानांतरण रुक नहीं जाता. ऐसा बताया जा रहा है कि शिक्षक शिक्षा के साथ साथ बच्चों को नैतिक शिक्षा भी देते थे. ऐसे शिक्षक का स्थानांतरण होने से बच्चों के साथ पालकों में भी नाराजगी देखी जा रही है.