बालोद : एक तरफ छत्तीसगढ़ में शराबबंदी की मांग की जा रही है.तो दूसरी तरफ एक गांव ने अवैध शराब की बिक्री से तंग आकर पुरानी शराब दुकान खोलने का आवेदन कलेक्टर को सौंपा है. ग्राम पंचायत करही बदर के ग्रामीणों ने कलेक्टर से कहा कि उनके गांव में अवैध शराब की धड़ल्ले से बिक्री हो रही है.इसे रोकने के लिए पुरानी शराब की दुकान खोल दी जाए. गांव में अवैध शराब की बिक्री को रोकने के लिए कई बार कोशिश की गई है. लेकिन इस काम में सफलता नहीं मिल पाई है.
क्यों उठ रही शराब दुकान की मांग : ग्रामीणों की माने तो, गांव में सालों पहले शराब की दुकान थी. उस वक्त अवैध शराब की बिक्री ना के बराबर थी. लेकिन शराब दुकान बंद होते ही इलाके में अवैध शराब बेचने वाले सक्रिय हो गए. ग्रामीणों ने अवैध शराब के खिलाफ जंग छेड़ी लेकिन वो भी नाकाफी साबित हुई. इसलिए सभी ने एकमत होकर फिर से शराब दुकान खोलने की मांग की है.
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अवैध शराब को लेकर जुर्माना,लेकिन असर नहीं : सरपंच सहित ग्रामीणों ने बताया कि "अवैध शराब के कारण गांव में अशांति हो रही है.अवैध शराब को लेकर गांव में पचास हजार का जुर्माना वसूलने का भी प्रावधान है.बावजूद इसके ना तो अवैध शराब बिकनी बंद हुई और ना ही पीने वाले कम हुए". इसे प्रदेश का पहला मामला कह सकते हैं जहां ग्रामीण खुद ही गांव में शराब दुकान खोलने की मांग लेकर पहुंचे हैं. शराब दुकान के कारण इस गांव में रौनक भी बनी रहती है. शराबियों के कारण मार्केट गुलजार रहता. अब एक बार फिर ग्रामीणों ने अवैध शराब को रोकने के लिए सरकारी शराब दुकान खोलने की मांग की है.