बालोद : पूरे देश सहित छत्तीसगढ़ में लंपी वायरस को लेकर पशुपालन विभाग सतर्क (Lumpy virus danger in Balod ) है. सरकार के लिए यह चिंता का विषय बनी हुई है. इसी बीच बालोद जिले में भी लंबी वायरस के लक्षण पाए गए हैं. जिसे देखते हुए पशुपालन विभाग ने ऐसे पशुओं की पहचान करना शुरू कर दिया है. जिन पर लंपी वायरस के लक्षण देखे जा रहे हैं. पशुपालन विभाग ने कहा कि कुछ जगहों पर बालोद जिले में ही लक्षण मिले हैं. जिनका सैंपल लेकर जांच के लिए लैब भेज दिया गया है.
40 हजार पशुओं को लगा टीका : भरूच जिला पशुपालन विभाग के अधिकारी डीके सहारे ने जानकारी देते हुए बताया कि ''बालोद जिले में टीके की मांग की जा रही है. अब तक 40000 पशुओं को टीका भी लगाया जा रहा है. युद्ध स्तर पर इस वायरस से निपटने की तैयारी की जा रही है. उन्होंने कहा कि हमने पहले ही टीकाकरण को प्राथमिकता में लिया. आज इसके परिणाम स्वरूप बालोद जिले में इसका फैलाव काफी कम देखने को मिल रहा है. जो लक्षण मिले हैं उनकी भी पुष्टि नहीं हो पाई है. हालांकि लक्षणों को हम गंभीरता से ले रहे हैं.'' (lumpy virus in chhattisgarh )
मवेशी बाजार शुरू करने की मांग : बालोद जिले के कुछ पंचायत ऐसे हैं. जहां मवेशी बाजार लगता है. जिसमें से एक प्रमुख हैकर ही बदल वायरस की एंट्री के साथ ही इन बाजारों को प्रदेश सरकार के आदेश के आधार पर बंद करा दिया गया था. परंतु मिली जानकारी के अनुसार ग्राम करहीभदर पंचायत द्वारा मवेशी बाजार को शुरू कराने के लिए आवेदन भी प्रशासन के पास प्रस्तुत किया गया है. आपको बता दें कि इन मवेशी बाजारों के चलते पंचायत एवं ठेकेदारों को मोटी रकम प्राप्त होती है.Balod latest news