बालोद: डौंडीलोहारा सीट से कांग्रेस ने वर्तमान विधायक और मंत्री अनिला भेड़िया को टिकट दिया है. भाजपा ने यहां से देवलाल ठाकुर को मैदान में उतारा है. इसी सीट पर राजघराने की बहू छाया टेकाम निर्दलीय चुनाव लड़ने जा रही है. छाया टेकाम 2018 के भाजपा प्रत्याशी लाल महेंद्र सिंह टेकाम की बहू और भूपेंद्र सिंह टेकाम की पत्नी हैं. दोनों का ही निधन हो चुका है. लिहाजा अब राजपरिवार से छाया टेकाम 2023 के विधानसभा चुनाव में निर्दलीय ताल ठोक रही हैं.
महाराष्ट्र राजघराने की बेटी: छाया देवी महाराष्ट्र राजघराने से हैं. उनके पिता फत्तेलाल शाह महाराष्ट्र के चंद्रपुर से विधायक रह चुके हैं. ससुराल से भी टेकाम परिवार का राजनीति में दबदबा रहा है. छाया टेकाम के जेठ लाल महेंद्र सिंह टेकाम साल 2013 में डौंडीलोहारा सीट से भाजपा के विधायक रह चुके हैं. उनकी पत्नी नीलिमा ठाकुर भी विधायक रह चुकी हैं. 2018 में महेंद्र सिंह टेकाम, अनिला भेड़िया से चुनाव हार गए थे. इसके कुछ दिनों बाद उनका निधन हो गया. हाल ही में छाया वर्मा के पति लाल भूपेंद्र सिंह का भी निधन हो गया.लाल भूपेंद्र सिंह पूर्व में नगर पंचायत अध्यक्ष भी रहे हैं. इस सीट से टिकट नहीं मिलने पर छाया टेकाम ने भाजपा पर उपेक्षा का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी जब बाकी अन्य विधानसभा में पूर्व प्रत्याशियों पर दांव लगा रही है तो पार्टी ने उनके लिए भेदभाव क्यों किया?
50 से 60 हजार गोंड आदीवासी: डौंडीलोहारा विधानसभा क्षेत्र में गोंड समाज के लगभग 50 से 60 हजार मतदाता है. बावजूद इसके कांग्रेस और भाजपा ने अन्य समाज के लोगों को प्राथमिकता दी है. इससे गोंड समाज के लोगों में भी नाराजगी है. गोंड समाज के प्रतिनिधियों ने भी पूरी तरह से छाया देवी टेकाम के साथ चुनाव में सहयोग देने की बात रखी है.