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House Collapse in Balod: बालोद के सिरपुर में मकान ढहने से दंपती की मौत - Monsoon In chhattisgarh

House Collapse in Balod बालोद के सिरपुर में मकान ढहने से दंपती की मौत हो गई है. जिस वक्त हादसा हुआ उस समय दंपती कच्चे मकान में सो रहे थे.आधी रात होने के कारण ग्रामीणों को भी हादसे की जानकारी नहीं लगी.मदद नहीं मिलने के कारण दोनों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया. Balod News

Couple died due to house collapse due to rain
बारिश के कारण मकान ढहने से दंपती की मौत
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Published : Jun 30, 2023, 1:42 PM IST

बालोद : बालोद के सिरपुर में मकान ढहने से दंपती की मौत हो गई है.मामला देवरी थाना क्षेत्र का है. बताया जा रहा है कि लगातार हो रही बारिश के कारण मकान की नींव कमजोर हो गई और वो ढह गया.जिस समय ये घटना हुई उस वक्त मकान के अंदर पति पत्नी सो रहे थे.मकान का मलबा सोते वक्त उनके ऊपर आ गिरा.जिसके कारण वो किसी से मदद भी नहीं मांग सके.इस घटना में दोनों की ही मौके पर मौत हो गई. आधी रात होने के कारण किसी को भी हादसे के बारे में जानकारी नहीं हुई.अगले दिन सुबह गांववालों ने क्षतिग्रस्त मकान को देखा तो दोनों को मलबे में दबा पाया.


कैसे हुआ हादसा : सिरपुर में जिस दंपती की मौत हुई है. उनका प्रधानमंत्री आवास योजना में मकान बन चुका है.लेकिन वो अपने पुराने मकान में ही रह रहे थे. दंपती का बेटा नए मकान में सो रहा था. वहीं जिस घर में ये हादसा हुआ है उसकी दीवारें मिट्टी की बनीं थी.जबकि छत लकड़ियों की भारी बल्लियों, खपरैल और प्लास्टिक का बना था.लगातार हो रही बारिश के कारण मिट्टी की दीवारे गीली होना शुरु हुई.आधी रात को जब तेज बारिश हो रही थी तो मिट्टी और ईंट की दीवार छत का लोड नहीं ले सकीं और भरभराकर गिर गई. रात भर दोनों पति पत्नी दीवार के नीचे दबे रहे.अगली सुबह ग्रामीणों को हादसे की जानकारी हुई.बाद में घर से कुछ दूर सो रहे बेटे को ग्रामीणों ने जानकारी दी.जिसके बाद दंपती का अंतिम संस्कार किया गया.


मृतक के परिजन को प्रशासन ने दिया मुआवजा : घटना की जानकारी होने के बाद पुलिस प्रशासन और राजस्व विभाग की टीम मौके पर पहुंची थी. शासन से उचित मुआवजा दिलाने की प्रक्रिया शुरू की गई.

''घटना के तुरंत बाद मौके पर जाकर प्रकरण बनाया गया है .प्रति मृत व्यक्ति के नाम से 4-4 लाख रुपए का प्रकरण बना कर भेज दिया गया है. जल्द पीड़ित परिवार को मुआवजा मिल जाएगा.'' प्रतिमा ठाकरे, एसडीएम

छत्तीसगढ़ के कई इलाकों में बारिश का दौर
छत्तीसगढ़ में कुछ जगहों पर थमी बारिश की रफ्तार
अमेठी गांव में 22 साल बाद भी नहीं बना पुल, बारिश के मौसम में 50 किमी घूमकर जाते हैं ग्रामीण

आपको बता दें कि बारिश के दिनों में कच्चे मकानों की गिरने के मामले सामने आते हैं.यदि लगातार बारिश हो रही है तो कच्चे मकानों में हादसे का खतरा बढ़ जाता है.इस मामले में भी पुराने मकान की दीवारें बारिश के पानी के कारण ढह गई.

बालोद : बालोद के सिरपुर में मकान ढहने से दंपती की मौत हो गई है.मामला देवरी थाना क्षेत्र का है. बताया जा रहा है कि लगातार हो रही बारिश के कारण मकान की नींव कमजोर हो गई और वो ढह गया.जिस समय ये घटना हुई उस वक्त मकान के अंदर पति पत्नी सो रहे थे.मकान का मलबा सोते वक्त उनके ऊपर आ गिरा.जिसके कारण वो किसी से मदद भी नहीं मांग सके.इस घटना में दोनों की ही मौके पर मौत हो गई. आधी रात होने के कारण किसी को भी हादसे के बारे में जानकारी नहीं हुई.अगले दिन सुबह गांववालों ने क्षतिग्रस्त मकान को देखा तो दोनों को मलबे में दबा पाया.


कैसे हुआ हादसा : सिरपुर में जिस दंपती की मौत हुई है. उनका प्रधानमंत्री आवास योजना में मकान बन चुका है.लेकिन वो अपने पुराने मकान में ही रह रहे थे. दंपती का बेटा नए मकान में सो रहा था. वहीं जिस घर में ये हादसा हुआ है उसकी दीवारें मिट्टी की बनीं थी.जबकि छत लकड़ियों की भारी बल्लियों, खपरैल और प्लास्टिक का बना था.लगातार हो रही बारिश के कारण मिट्टी की दीवारे गीली होना शुरु हुई.आधी रात को जब तेज बारिश हो रही थी तो मिट्टी और ईंट की दीवार छत का लोड नहीं ले सकीं और भरभराकर गिर गई. रात भर दोनों पति पत्नी दीवार के नीचे दबे रहे.अगली सुबह ग्रामीणों को हादसे की जानकारी हुई.बाद में घर से कुछ दूर सो रहे बेटे को ग्रामीणों ने जानकारी दी.जिसके बाद दंपती का अंतिम संस्कार किया गया.


मृतक के परिजन को प्रशासन ने दिया मुआवजा : घटना की जानकारी होने के बाद पुलिस प्रशासन और राजस्व विभाग की टीम मौके पर पहुंची थी. शासन से उचित मुआवजा दिलाने की प्रक्रिया शुरू की गई.

''घटना के तुरंत बाद मौके पर जाकर प्रकरण बनाया गया है .प्रति मृत व्यक्ति के नाम से 4-4 लाख रुपए का प्रकरण बना कर भेज दिया गया है. जल्द पीड़ित परिवार को मुआवजा मिल जाएगा.'' प्रतिमा ठाकरे, एसडीएम

छत्तीसगढ़ के कई इलाकों में बारिश का दौर
छत्तीसगढ़ में कुछ जगहों पर थमी बारिश की रफ्तार
अमेठी गांव में 22 साल बाद भी नहीं बना पुल, बारिश के मौसम में 50 किमी घूमकर जाते हैं ग्रामीण

आपको बता दें कि बारिश के दिनों में कच्चे मकानों की गिरने के मामले सामने आते हैं.यदि लगातार बारिश हो रही है तो कच्चे मकानों में हादसे का खतरा बढ़ जाता है.इस मामले में भी पुराने मकान की दीवारें बारिश के पानी के कारण ढह गई.

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