ETV Bharat / state

Pradeep Mishra Praised Chhattisgarh :छत्तीसगढ़ में बरसती है बाबा की कृपा, राघव का ननिहाल और मां कौशल्या का मायका है छत्तीसगढ़ :पंडित प्रदीप मिश्रा - Chhattisgarh Lord Ram Nanihal

Pradeep Mishra Praised Chhattisgarh बालोद में पंडित प्रदीप मिश्रा के कथा का आयोजन किया गया है.मणिलिंग शिवमहापुराण में शिव की भक्ति में लीन होने के लिए लाखों की संख्या में भक्त बालोद आ रहे हैं. कथा के पहले दिन भारी भीड़ देखने को मिली.इस दौरान पंडित प्रदीप मिश्रा ने श्रोताओं को शरीर का महत्व और समाज में आ रहे बदलाव के बारे में बताया. Maniling Shivmahapuran organized in Balod

Pradeep Mishra Praised Chhattisgarh
छत्तीसगढ़ में बरसती है बाबा की कृपा, राघव का ननिहाल
author img

By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Aug 25, 2023, 9:32 PM IST

कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने की छ्तीसगढ़ की तारीफ

बालोद : सावन के पवित्र महीने में बालोद में मणिलिंग शिवमहापुराण का आयोजन किया गया है. जिसमें प्रसिद्ध कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा पहुंचे हैं.जुंगेरारानी तराई गांव में भव्य पंडाल बनाया गया है.इस दौरान पंडित प्रदीप मिश्रा ने छत्तीसगढ़ को धान का कटोरा बताया.इसी के साथ उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में बाबा की कृपा बरसती है. यह बाबा का कृपा पात्र स्थल है. यह मेरे राघव का ननिहाल है. मां कौशल्या का मायका है. यहां के भक्त बड़े ही ध्यान से आराम से कथा को सुनते हैं.

शरीर का इस्तेमाल अच्छे कर्मों के लिए करें : शुक्रवार को कथास्थल पर पंडित प्रदीप मिश्रा ने सोमानी की कथा सुनाई.इस दौरान प्रदीप मिश्रा ने मानव जीवन और शरीर के महत्व को लोगों को बताया.प्रदीप मिश्रा की माने तो मानव शरीर काफी तपस्या के बाद मिलता है.इसलिए इस शरीर का इस्तेमाल अच्छे कार्यों के लिए करना चाहिए.यदि इस जन्म में कोई भी शरीर का इस्तेमाल गलत कार्यों,नशा और मांस सेवन के लिए करता है,तो अगले जन्म में इसका बुरा फल मिलता है. इस दौरान पंडित प्रदीप मिश्रा ने भक्तों को शिवभक्ति में लीन रहने को कहा.

होटलों की जगह शिवालयों में जुट रही भीड़ : इस दौरान जब पंडित प्रदीप मिश्रा से पूछा गया कि उन्हें कथा के दौरान क्या परिवर्तन देखने को मिलता है. तो उन्होंने बताया कि किस तरह से आज का युवा संस्कार की प्रति बढ़ रहा है. शिवालयों में अब युवाओं की भीड़ देखने को मिल रही है.

''युवाओं में चेतना देखने को मिल रही है.अब होटल के बजाय शिवालयों में भीड़ देखने को मिलती है. नवयुवक बेटा बेटी अब अच्छे संस्कारों की ओर बढ़ रहे हैं.'' पंडित प्रदीप मिश्रा, कथावाचक

Ashadha Amavasya 2023: शनिवार के दिन आषाढ़ अमावस्या पर पितृ दोष दूर करने करिए ये उपाय
Pitru Paksha : पितृ पक्ष में नहीं करने चाहिए इस तरह के कार्य, वरना पितर हो जाते हैं नाराज
ऐसे शुरू हुयी थी पितृ पक्ष में कौए को भोज देने की परंपरा, देते हैं शुभ-अशुभ के संकेत

पहली बार हो रहा है आयोजन : आपको बता दें कि बालोद जिले में पहली बार मणिलिंग शिव महापुराण का आयोजन हो रहा है. पंडित प्रदीप मिश्रा के पावन वचनों को सुनने के लिए लाखों की संख्या में भीड़ उमड़ी है.छत्तीसगढ़ के अलग-अलग हिस्सों से भक्त यहां पहुंचे हैं.जिसके कारण पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं.

कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने की छ्तीसगढ़ की तारीफ

बालोद : सावन के पवित्र महीने में बालोद में मणिलिंग शिवमहापुराण का आयोजन किया गया है. जिसमें प्रसिद्ध कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा पहुंचे हैं.जुंगेरारानी तराई गांव में भव्य पंडाल बनाया गया है.इस दौरान पंडित प्रदीप मिश्रा ने छत्तीसगढ़ को धान का कटोरा बताया.इसी के साथ उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में बाबा की कृपा बरसती है. यह बाबा का कृपा पात्र स्थल है. यह मेरे राघव का ननिहाल है. मां कौशल्या का मायका है. यहां के भक्त बड़े ही ध्यान से आराम से कथा को सुनते हैं.

शरीर का इस्तेमाल अच्छे कर्मों के लिए करें : शुक्रवार को कथास्थल पर पंडित प्रदीप मिश्रा ने सोमानी की कथा सुनाई.इस दौरान प्रदीप मिश्रा ने मानव जीवन और शरीर के महत्व को लोगों को बताया.प्रदीप मिश्रा की माने तो मानव शरीर काफी तपस्या के बाद मिलता है.इसलिए इस शरीर का इस्तेमाल अच्छे कार्यों के लिए करना चाहिए.यदि इस जन्म में कोई भी शरीर का इस्तेमाल गलत कार्यों,नशा और मांस सेवन के लिए करता है,तो अगले जन्म में इसका बुरा फल मिलता है. इस दौरान पंडित प्रदीप मिश्रा ने भक्तों को शिवभक्ति में लीन रहने को कहा.

होटलों की जगह शिवालयों में जुट रही भीड़ : इस दौरान जब पंडित प्रदीप मिश्रा से पूछा गया कि उन्हें कथा के दौरान क्या परिवर्तन देखने को मिलता है. तो उन्होंने बताया कि किस तरह से आज का युवा संस्कार की प्रति बढ़ रहा है. शिवालयों में अब युवाओं की भीड़ देखने को मिल रही है.

''युवाओं में चेतना देखने को मिल रही है.अब होटल के बजाय शिवालयों में भीड़ देखने को मिलती है. नवयुवक बेटा बेटी अब अच्छे संस्कारों की ओर बढ़ रहे हैं.'' पंडित प्रदीप मिश्रा, कथावाचक

Ashadha Amavasya 2023: शनिवार के दिन आषाढ़ अमावस्या पर पितृ दोष दूर करने करिए ये उपाय
Pitru Paksha : पितृ पक्ष में नहीं करने चाहिए इस तरह के कार्य, वरना पितर हो जाते हैं नाराज
ऐसे शुरू हुयी थी पितृ पक्ष में कौए को भोज देने की परंपरा, देते हैं शुभ-अशुभ के संकेत

पहली बार हो रहा है आयोजन : आपको बता दें कि बालोद जिले में पहली बार मणिलिंग शिव महापुराण का आयोजन हो रहा है. पंडित प्रदीप मिश्रा के पावन वचनों को सुनने के लिए लाखों की संख्या में भीड़ उमड़ी है.छत्तीसगढ़ के अलग-अलग हिस्सों से भक्त यहां पहुंचे हैं.जिसके कारण पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.