बालोद: संजारी बालोद विधानसभा क्षेत्र के नेवारीकला गांव के लोगों की रविवार को वर्षों पुरानी मांगें पूरी हुई है. इस गांव के ग्रामीण पिछले 15 सालों से तांदुला नदी में हाई लेवल पुल बनाने की मांग कर रहे थे.साथ ही हाई स्कूल के डेवलपमेंट की भी मांग ग्रामीणों की ओर से की जा रही है. रविवार को ये सारी मांगे ग्रामीणों की तब पूरी हुई जब क्षेत्र की विधायक संगीता सिन्हा नेवारीकला गांव पहुंची. विधायक ने ग्रामीणों को कई सौगातें दी. इस दौरान ग्रामिणों ने बाजे-गाजे के साथ विधायक का स्वागत किया.
हर घर विकास और हर घर शिक्षा का लक्ष्य: अब बालोद के नेवारीकला गांव की नदी पर 4 करोड़ की लागत से उच्च स्तरीय पुल का निर्माण किया जाएगा. ग्रामीणों के उत्साह को देखते हुए विधायक संगीता सिन्हा ने कहा कि, "जब से ग्रामीणों ने पुल बनाने की मांग की थी, तब से ही हम इसे पूरा करने के प्रयास में जुटे हुए थे. क्योंकि बजट बहुत बड़ा है. इसलिए थोड़ी देरी हुई. हालांकि गांव में खुशियां जरूर पहुंची. हमारा पूरा ध्यान शिक्षा पर है. खास तौर पर बच्चियों की शिक्षा पर. अब हमारे गांव की बच्चियां अपने ही गांव में अच्छी शिक्षा ले पाएंगी. हमारा लक्ष्य है कि हर घर विकास पहुंचे और हर बच्चों तक शिक्षा पहुंचे."
पारंपरिक संगीत में झूमे लोग: विधायक के गांव पहुंचने पर गांव की महिलाएं पारंपरिक संगीत पर झूमती नजर आईं. विधायक को सड़क से लेकर आयोजन स्थल तक पारंपरिक नृत्य के माध्यम से ले जाया गया.
विधायक का रोका गया रास्ता: बताया जा रहा है कि विधायक संगीता सिन्हा, जब गांव में विकास कार्यों की सौगात देने पहुंची थीं, उस दौरान कुछ लोग गांव के मुख्य द्वार पर लकड़ी लगाकर उन्हें रोकने का प्रयास कर रहे थे. जब ग्रामीणों को इस बात की जानकारी मिली तब उन्होंने बंद रास्ता खुलवाया और उपद्रवियों की जमकर क्लास लगाई.