बलरामपुर: छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां काफी तेज हो चुकी है. नामांकन दाखिल करने का दौर भी अब खत्म हो चुका है. ETV भारत ने रामानुजगंज में चुनावी चौपाल लगाई. रामानुजगंज में बीजेपी ने रामविचार नेताम को अपना उम्मीदवार बनाया है जबकि कांग्रेस ने अपने सीटिंग विधायक बृहस्पति सिंह का टिकट काट कर अंबिकापुर महापौर डॉ अजय तिर्की पर भरोसा जताया है. रामानुजगंज में इस बार काफी रोचक चुनावी मुकाबला होने की संभावना है. डॉक्टर को टिकट देने पर भाजपा तंज कसने के साथ पैराशुट उम्मीदवार बता रही हैं. रामानुजगंज में ETV भारत संवाददाता उज्ज्वल तिवारी ने चुनावी चौपाल में कांग्रेस और भाजपा के कार्यकर्ताओं से बात की.
अजय तिर्की पर पैराशूट नेता का आरोप: कांग्रेस प्रत्याशी अजय तिर्की पर बीजेपी के तरफ से लगाए गए पैराशूट प्रत्याशी के आरोप पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ETV भारत से कहा कि अजय तिर्की को पैराशूट उम्मीदवार कहना भाजपा की मजबूरी है. तिर्की 10 साल से यहां नहीं थे, अंबिकापुर में मेयर पद पर सेवा दे रहे थे. लेकिन उनका घर रामानुजगंज में हैं. जो 25 से 30 साल पुराना है.
हमारे क्षेत्र का कोई व्यक्ति यदि अंबिकापुर में मेयर बनता है तो ये गर्व का विषय है. डॉ तिर्की ग्राम पंचायत देवीगंज में अपने पुराने घर में रहकर चुनाव संचालन कर रहे हैं. इस बात को कोई सिर पैर ही नहीं है कि वो पैराशूट उम्मीदवार हैं- कांग्रेस कार्यकर्ता
अस्पताल और डॉक्टर से दूरी ज्यादा अच्छी: रामानुजगंज से लगातार भाजपा प्रत्याशी की हार के सवाल पर भाजपा कार्यकर्ता ने ETV भारत से कहा कि जिंदगी में कोई व्यक्ति अस्पताल और डॉक्टर के पास नहीं जाना चाहता है. डॉक्टर और अस्पताल से जितना दूर रहे उतना ही अच्छा हैं.
रामविचार नेताम एक सुलझे हुए और अनुभवी नेता हैं. उन्होंने इस क्षेत्र का कई बार प्रतिनिधित्व किया है. जनता जो विकास चाहती है वो भाजपा प्रत्याशी रामविचार नेताम पूरा कर सकते हैं- भाजपा कार्यकर्ता
ETV भारत से एक भाजपा कार्यकर्ता ने कहा कि अजय तिर्की का रामविचार नेताम के साथ कोई मुकाबला नहीं है. वो अच्छे डॉक्टर हो सकते हैं लेकिन एक अच्छा नेता होना अलग है. आजतक हमने कभी नहीं सुना कि उन्होंने रामानुजगंज में कभी कोई सोशल वर्क किया हो. कोई पंखा लगाया हो.
बदलाव की हवा के कारण कांग्रेस ने बदला प्रत्याशी: 2013 में रामविचार नेताम को करारी हार के ETV भारत के सवाल पर भाजपा के एक कार्यकर्ता ने कहा कि पहले की परिस्थितियां अलग थी लेकिन अब यहां की परिस्थितियां अलग है. इस वजह से कांग्रेस ने यहां के विधायक का टिकट काटकर नए प्रत्याशी को मैदान में उतारा हैं.
रामानुजगंज में रामविचार नेताम ने बहुत काम किया है. एनीकट बनावाया, रोड नहीं था, चारों तरफ जंगल था लेकिन आज विकास ही विकास है.-भाजपा कार्यकर्ता
कांग्रेस में नहीं है कोई गुटबाजी: कांग्रेस कार्यकर्ता ने कहा कि हमारी पार्टी से हमारा सिंबल चुनाव लड़ता है. अजय तिर्की की साफ छवि है. युवाओं को पढ़ा लिखा नेता चाहिए. कांग्रेस में गुटबाजी के सवाल पर कार्यकर्ताओं ने कहा कि सभी रूठों को मना लिया गया है. अब कांग्रेस में कोई गुटबाजी नहीं है. पार्टी के सिंबल पर चुनाव लड़ना है.
डॉ तिर्की और नेताम के बीच कांटे की टक्कर: रामानुजगंज विधानसभा सीट पर कांग्रेस बीजेपी के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल सकती है. इस सीट पर लंबे समय से बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही सीधा मुकाबला होता आ रहा है. हालांकि इस चुनाव में आम आदमी पार्टी ने भी महिला प्रत्याशी के तौर पर नीलम ठाकुर को चुनावी मैदान में उतारा है.
2013 में नेताम को मिली थी करारी शिकस्त: रमन सिंह की सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके कद्दावर आदिवासी नेता रामविचार नेताम को साल 2013 में कांग्रेस के बृहस्पति सिंह ने करारी शिकस्त दी थी. 2018 के चुनाव में बीजेपी ने रामविचार की जगह रामकिशून सिंह को टिकट दिया लेकिन रामकिशून को पटखनी देते हुए बृहस्पति सिंह ने करीब 34 हजार वोट से जीत हासिल की थी.
रामानुजगंज विधानसभा सीट का चुनावी समीकरण: रामानुजगंज विधानसभा सीट अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित है. पहले यह सीट पाल विधानसभा के नाम से जानी जाती था. हालांकि 2008 में नए परिसीमन के बाद सीट का नाम बदलकर रामानुजगंज विधानसभा कर दिया गया. साल 1990 से लेकर 2023 तक रामानुजगंज विधानसभा सीट पर 33 सालों के बीच 23 साल तक पब्लिक ने बीजेपी को मौका दिया, पिछले 10 साल से यहां कांग्रेस के विधायक हैं.
सिटिंग विधायक का टिकट काटकर तिर्की को मिला टिकट: रामानुजगंज से लगातार 10 साल तक कांग्रेस के टिकट पर विधायक चुने गए बृहस्पति सिंह के खिलाफ क्षेत्र में काफी नाराजगी थी. इसलिए बृहस्पति का टिकट काटकर अंबिकापुर के मेयर अजय तिर्की को कांग्रेस ने टिकट दिया.
गुटबाजी की बात भी आ रही सामने: डॉ तिर्की को कांग्रेस से टिकट मिलने के बाद गुटबाजी भी सामने आई है हालांकि कांग्रेस अब डैमेज कंट्रोल में जुटी हुई है. पार्टी की तरफ से कार्यकर्ताओं को एकजुटता का संदेश देकर कांग्रेस के सिंबल को लेकर काम करने और अधिकृत प्रत्याशी को जीत दिलाने के लिए कार्यकर्ता जुटे हुए हैं.
रामानुजगंज विधानसभा में मतदाताओं की संख्या: रामानुजगंज विधानसभा में जिले के दो प्रमुख नगरीय क्षेत्र बलरामपुर और रामानुजगंज आते हैं. रामानुजगंज विधानसभा सीट पर मतदाताओं की संख्या 218185 है. इनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 110070 है. जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 108108 है.