बलरामपुर : जिले के प्रसिद्ध धार्मिक सांस्कृतिक और पर्यटन स्थल तातापानी में आयोजित होने वाले मकर संक्रांति मेले की तैयारियां जोरों शोरों से चल रही (Tatapani Fair) हैं. कोरोना महामारी के कारण पिछले दो साल से मेला आयोजित नहीं हो पाया था. लेकिन इस साल भव्य आयोजन करने के लिए तैयारियां चल रही है. तातापानी में शिव मंदिर परिसर, भगवान शिव की विशाल प्रतिमा सहित आसपास रंग रोगन का कार्य चल रहा है. जिले के तातापानी में प्रतिवर्ष मकर संक्रांति पर आयोजित होने वाला मेला पूरे क्षेत्र में प्रसिद्ध है. ये मेला 14 जनवरी से शुरू होकर 16 जनवरी तक चलेगा. तातापानी के मेले में बलरामपुर रामानुजगंज सहित पड़ोसी राज्य झारखंड, बिहार और उत्तर प्रदेश से भी बड़ी संख्या में लोग मेला देखने पहुंचते Tatapani of Balrampur हैं.
कितने साल बाद हो रहा है मेला : कोरोना संक्रमण के कारण पिछले दो वर्षों से तातापानी मेला आयोजित नहीं हो पाया था. पिछले वर्ष 2022 में मेले की सभी तैयारियां पूरी हो जाने के बावजूद अंतिम समय में तत्कालीन कलेक्टर ने कोविड मामले में वृद्धि को देखते हुए मेला स्थगित कर दिया था. लेकिन इस बार कोविड संक्रमण में कमी होने के कारण मेले को जिला प्रशासन ने करने की अनुमति दे दी है. तातापानी में मकर संक्रांति पर आयोजित होने वाले मेले की तैयारियों का जायजा लेने कलेक्टर विजय दयाराम (Collector Vijay Dayaram) दिसंबर महीने से अब तक कई बार दौरा कर चुके हैं. साथ ही जिले के वरिष्ठ अधिकारियों को मेले के संबंध में जिम्मेदारियां सौंपी गई Preparation for fair at Tatapani in Balrampur है.
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क्यों प्रसिद्ध है तातापानी : तातापानी अपने गर्म जल स्त्रोत के लिए छत्तीसगढ़ सहित देशभर में प्रसिद्ध है. Hot water springs in Tatapani यहां धरती के गर्भ से अनवरत हजारों वर्षों से गर्म पानी निकल रहा है. तातापानी में कई गर्म पानी के कुंड हैं. शासन प्रशासन इसके संरक्षण के लिए लगातार प्रयास कर रहा है. अपने गर्म पानी के स्त्रोत के कारण ही तातापानी छत्तीसगढ़ समेत देश विदेश से पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है. यही वजह है कि जिला प्रशासन आने वाले दिनों में सुविधाएं देकर तातापानी में पर्यटन की संभावनाएं भी तलाश रहा है.