बलरामपुर: जिले में पोषण माह मनाया जा रहा है. इसके अंतर्गत कृषि विज्ञान केंद्र में कृषि जागरूकता प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. प्रशिक्षण कार्यक्रम में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका और महिला कृषकों ने भाग लिया. पोषण सुरक्षा, संतुलित आहार, बच्चों के देखभाल और खानपान आदि से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की गई.
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मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर जारी पोषण माह के तहत जिले में जनजागरूकता की कई गतिविधियां हो रही है. इस दौरान सभी जिलों में पोषण आहार संबंधित जानकारियां आंगनबाड़ियों के जरिए लोगों तक पहुंचाई जा रही है. पूरे प्रदेश में कई कोरोना प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए कई तरह के आयोजन किए जा रहे हैं. इस क्रम में जिले में कृषि विज्ञान केंद्र में कृषि वैज्ञानिक आरती कुजूर ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका और महिला कृषकों को एनीमिया से होने वाले नुकसान, कारण और बचाव के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की. उन्होंने पोषण बाड़ी से वर्ष भर ताजे फल एवं सब्जी उत्पादन करने के तकनीक और विभिन्न पोषण तत्वों से होने वाले स्वास्थ्य लाभ से अवगत कराया गया.
सब्जियों के मिनी किट का वितरण
पोषण बाड़ी विकास के लिए आईसीएआर-केव्हीके और आईएफएफसीओ के सहयोग से हरी पत्तेदार सब्जी जैसे पालक, धनिया, मूली एवं गाजर के मिनी किट का वितरण किया गया. प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल प्रशिक्षुओं को वरिष्ठ वैज्ञानिक डाॅ. मनीष चौरसिया एवं विषय वस्तु विशेषज्ञ डाॅ. एके सोनपाकर, प्रक्षेत्र प्रबंधक अनुप कुमार पाॅल ने कृषि विज्ञान केन्द्र में चल रहे विभिन्न गतिविधियों की विस्तृत जानकारी प्रदान कर परिसर का भ्रमण कराया. भ्रमण के दौरान प्रतिभागियों ने उन्नत किस्म के फलदार पौधे, सब्जी की नर्सरी, पोषण वाटिका, मुर्गीपालन, बकरीपालन, डेयरी, मधुमक्खी पालन, केंचुआ खाद उत्पादन इत्यादि की जानकारी प्राप्त की.