बलरामपुर: जिले के ग्रामपंचायत ओरंगा विकास खंड रामचंद्र पुर के मोदी पारा के ग्रामीण गांव में क्रेशर मशीन लगाने के विरोध में उतर आए है. ग्रामीण का कहना है कि क्रेशर मशीन लगाने से यहां रहने वाले लोग कई गंभीर बीमारी की चपेट में आ जाएंगे. इसके साथ ही उनकी जमीन बंजर होने के साथ ही फसल उत्पादन और पीने के पानी पर भी फर्क पड़ेगा.
क्रेशर मशीन लगने के विरोध में सौंपा ज्ञापन
इसी के विरोध में बलरामपुर विशेष पिछड़ी जनजाति के प्रांतीय अध्यक्ष उदय कुमार पण्डो के नेतृत्व में ग्रामीणों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा और क्रेशर मशीन नहीं लगाने की मांग की. ग्रामीणों का आरोप है कि संबंधित कंपनी ने क्रेशर मशीन लगाने के लिए ग्राम पंचायत से कोई प्रस्ताव या एनओसी नहीं लिया था. बिना प्रस्ताव के ही गांव में अवैध रूप से क्रेशर मशीन लगाने का काम शुरू कर दिया गया है.
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क्रेशर मशीन लगने से दहशत में ग्रामीण
क्रेशर मशीन लगने से दहशत में आए ग्रामीणों को अब चिंता सताने लगी है. ETV भारत से बात करते हुए उन्होंने कहा कि क्रेशर मशीन जहां लग रहा है उससे 100 से 200 मीटर की दूरी पर ही उनके घर बसे है. जिससे उसके धूल से न सिर्फ गांव के बुजुर्ग और बच्चे बीमार होंगे वहीं उनकी खेती और नदी का पानी भी इससे प्रभावित होगी. ग्रामीणों का कहना है कि गांव में रहने वाले कई लोग दूसरे जगहों पर जाकर क्रेशर का काम कर चुके है. जिससे उन्हें टीबी सहित कई गंभीर बीमारियों ने घेर लिया है. इस वजह से ग्रामीण गांव में क्रेशर मशीन लगाने को लेकर डरे हुए है.
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ग्रामीणों ने सरगुजा कलेक्टर, आयुक्त, अनुविभागीय अधिकारी रामानुजगंज, थाना रामचंद्रपुर,ग्रामपंचायत सरपंच और सचिव, बीडीसी को लिखित शिकायत दी गई है. शिकायत में क्रेशर मशीन लगाने पर तत्काल संज्ञान लेते हुए गांव में क्रेशर मशीन लगाने पर प्रतिबंध लगाने की मांग की गई है.