अंबिकापुर : सावन माह भगवान शिव की आराधना का महीना माना जाता है. हिन्दू मान्यता के अनुसार सावन के महीने में पूजा-पाठ कर भगवान शिव को आसानी से प्रसन्न किया जा सकता है, लिहाजा भगवान शिव का जलाभिषेक करने शहर से हजारों की संख्या में कांवरियों का जत्था रवाना हुआ है.
भगवान शिव का करेंगे जलाभिषेक
बोल-बम के नारों के साथ शंकरघाट स्थित बाकी नदी से जल भरकर कैलाश गुफा के लिए हजारों श्रद्धालु रवाना हुए. अंबिकापुर के शंकर घाट से करीब 70 किमी की पैदल यात्रा कर कांवरिया मंगलवार को सुबह कैलाश गुफा में भगवान शिव का जलाभिषेक करेंगे.
भक्तों की मनोकामनाएं होती हैं पूरी
सामरबार नाम की जगह पर गुफा के अंदर स्वयं प्रगट शिव-पार्वती की प्रतिमा है, जिसे कैलाश गुफा के नाम से जाना जाता है. हर साल सावन के महीने में हजारों की संख्या में कांवरिए भगवान शिव का जलाभिषेक करने पहुंचते हैं. मान्यता है कि सावन में भगवान शिव की आराधना करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
श्रद्धालुओं के रुकने की व्यवस्था
कावरियों का जत्था अंबिकापुर से पैदल यात्रा कर शाम को बतौली में विश्राम करने के बाद, सोमवार सुबह कैलाश गुफा के लिए रवाना होगा. इस दौरान जगह-जगह पर श्रद्धालुओं के रुकने और भोजन की व्यवस्था की गई है.