सरगुजा: 22 सितंबर को विश्व गुलाब दिवस मनाया जाता है. यह दिवस कैंसर रोगियों के कल्याण के रूप में मनाया जाता है. कैंसर का इलाज लाइलाज या इतना महंगा होता है कि आम आदमी इसका नाम लेने से भी घबराता है. कैंसर का इलाज निजी अस्पतालों के अलावा महानगरों तक ही सीमित था. छत्तीसगढ़ में रायपुर के एक मात्र शासकीय अस्पताल में इसका इलाज किया जाता था लेकिन अब प्रदेश के 21 जिलों में कैंसर का फ्री इलाज किया जा रहा है.
कैंसर की स्क्रीनिंग और कीमोथेरेपी की व्यवस्था: बदलते वक्त के साथ अब कैंसर का इलाज काफी सुलभ और निशुल्क होते जा रहा है.प्रदेश के 21 जिलों के जिला अस्पतालों में कैंसर की स्क्रीनिंग और कीमोथेरेपी की व्यवस्था कर दी गई है. मेडिकल कालेजों में कैंसर की जांच के लिए पैथोलॉजी विभाग बनाए गए हैं.
छत्तीसगढ़ में 2019 में एक ही जगह मेकाहारा में कैंसर की स्क्रीनिंग होती थी. लेकिन आज 21 जिले के जिला अस्पतालों में स्क्रीनिंग हो रही है और कीमोथेरेपी की व्यवस्था है. जून महीने में 4 हजार 934 लोगों की स्क्रीनिंग 21 जिलों में हुई. जिसमें 412 लोगों को कीमोथेरेपी की जरूरत पड़ी है. लोगों को अब कीमोथेरेपी के लिए रायपुर या बड़े जगह जाने की जरूरत नहीं है. उनके खुद के जिले में ये व्यवस्था है. ये पूरी कीमोथेरेपी निशुल्क की जाती है. - टीएस सिंहदेव, स्वास्थ्य मंत्री
इन स्थानों में जारी है इलाज: विभाग से मिले आंकड़ों के अनुसार, प्रदेश के 21 जिलों के के जिला अस्पतालों में दीर्घायु वार्ड बनाये गये हैं. जिनमें महासमुन्द, बस्तर, जांजगीर, जशपुर, अंबिकापुर, धमतरी, कांकेर, रायगढ़, रायपुर, सूरजपुर, बालोद, राजनांदगांव, नारायणपुर, बलरामपुर, बलौदाबाजार, कवर्धा, दुर्ग, बेमेतरा, बिलासपुर, कोंडागांव और गौरेला-पेंड्रा-मरवाही शामिल है. यहां के दीर्घायु वार्ड में कैंसर की स्क्रीनिंग और कीमोथेरेपी की जा रही है. सरगुजा जिले में दीर्घायु वार्ड जिला अस्पताल में नहीं, बल्कि शहरी स्वास्थ्य केंद्र नवापारा में संचालित किया जा रहा है.
प्रदेश में अब तक कैंसर के आंकड़े: साल 2020-21 के दौरान दीर्घायु वार्ड में प्रदेश में 305, 2021-22 में 932, 2022-23 में 1178 और इस साल जुलाई महीने तक 732 कीमोथेरेपी की गई है. कैंसर के इलाज में सबसे अहम और नियमित चलने वाली प्रक्रिया कीमोथेरेपी है.
इम्यूनोहिस्टोकेमिस्ट्री जांच: अंबिकापुर में मेडिकल कॉलेज की स्थापना के बाद से ही अस्पताल में कैंसर के मरीजों की पहचान और टेस्ट किया जा रहा है. मेडिकल कॉलेज अस्पताल में अत्याधुनिक हिस्टो पैथोलॉजी, इम्यूनोहिस्टोकेमिस्ट्री जैसी जांच सुविधाएं उपलब्ध कराई गई है. इन्ही जांच सुविधाओं की मदद से मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर कैंसर के मरीजों की जांच कर रहे हैं.